जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
शिवपुरी में बिजली विभाग की टीम पर जो हमला हुआ, उसने पूरे प्रशासन को हिलाकर रख दिया। सरकारी कर्मचारी जब अपना फर्ज निभाने पहुंचे, तो बदले में उन्हें लात-घूसे, डंडों और धमकियों का सामना करना पड़ा। शुक्रवार, 8 मार्च को सहायक इंजीनियर (AE) कैलाश अहिरवार अपनी टीम के साथ मास्टर कॉलोनी में बकाया वसूली के लिए गए थे, लेकिन वहां उन्हें कानून हाथ में लेने वाले गुंडों का शिकार बनना पड़ा। आरोपियों ने न सिर्फ टीम पर हमला किया, बल्कि महिला जेई सहित तीन कर्मचारियों को घायल कर दिया और सरकारी गाड़ियों में भी जमकर तोड़फोड़ की। पुलिस ने अब 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
AE कैलाश अहिरवार ने पुलिस में दर्ज शिकायत में बताया कि टीम लोक अदालत में बिजली चोरी से जुड़े मामलों की बकाया राशि में छूट के प्रचार के लिए फतेहपुर क्षेत्र पहुंची थी। लेकिन मास्टर कॉलोनी में पहुंचते ही जो देखा, वह हैरान कर देने वाला था। वहां खुलेआम अवैध तार (कटिया) डालकर बिजली चोरी की जा रही थी। टीम ने तुरंत ट्रांसफार्मर से इन तारों को काट दिया। लेकिन ये कदम आरोपियों को इतना नागवार गुजरा कि उन्होंने सरकारी अधिकारियों पर ही हमला बोल दिया।
जैसे ही बिजली चोरी करने वालों की तार काटी गई, मास्टर कॉलोनी के रूपेश बेड़िया, जैकी बेड़िया, सुरेंद्र बेड़िया सहित अन्य लोग गुस्से में आ गए और टीम से विवाद करने लगे। जब कर्मचारियों ने उन्हें समझाने की कोशिश की, तो आरोपियों ने AE कैलाश अहिरवार को धक्का दे दिया। सौभाग्य लोधी और घनश्याम यादव बीच-बचाव करने आए, तो उन्हें भी बेरहमी से लात-घूंसों और डंडों से पीटा गया। इतना ही नहीं, इन गुंडों ने सरकारी गाड़ी का कांच भी फोड़ डाला और खुलेआम धमकी दी, “अगर दोबारा इस कॉलोनी में आए, तो जान से मार देंगे!”
मोबाइल छीने, कपड़े फाड़े, कर्मचारियों की जान पर बनी
इस हमले में गुंडों ने सारी हदें पार कर दीं। बिजली विभाग की टीम को चारों तरफ से घेरकर मारा गया, मोबाइल छीन लिए गए और कर्मचारियों के कपड़े तक फाड़ दिए। घटनास्थल का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें बिजली कर्मचारी जान बचाकर भागते नजर आ रहे हैं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और सरकार की कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहा है।