जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
अगर आप चाहते हैं कि आपकी किडनी लंबे समय तक स्वस्थ और सुचारु रूप से काम करती रहे, तो यह ज़रूरी है कि आप समय-समय पर किडनी की नेचुरल सफाई यानी डिटॉक्सिफिकेशन पर ध्यान दें। किडनी हमारे शरीर के सबसे अहम अंगों में से एक है, जो शरीर में मौजूद विषैले तत्वों (Toxins) और वेस्ट प्रोडक्ट्स को फिल्टर करने का काम करती है। लेकिन अगर इन टॉक्सिन्स की मात्रा बढ़ जाए और समय रहते बाहर न निकाले जाएं, तो ये धीरे-धीरे किडनी की कार्यक्षमता को कमजोर कर सकते हैं, जिससे भविष्य में गंभीर बीमारियां जैसे किडनी स्टोन, किडनी फेल्योर या ब्लड प्रेशर जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
ऐसे में शरीर से विषैले तत्वों को नेचुरल तरीके से बाहर निकालने के लिए कुछ ऐसे फलों को डाइट में शामिल किया जाना बेहद लाभकारी हो सकता है, जिनमें डिटॉक्सिफाइंग प्रॉपर्टीज मौजूद हों। इनमें सबसे पहला नाम आता है अनार और संतरे का। अनार में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट्स पाए जाते हैं जो न केवल शरीर से टॉक्सिन्स निकालने में मदद करते हैं, बल्कि इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाते हैं। वहीं, संतरा विटामिन C का अच्छा स्रोत है, जो शरीर की अंदरूनी सफाई के लिए आवश्यक है। आप इन दोनों फलों का जूस बनाकर रोजाना सुबह खाली पेट भी ले सकते हैं, जिससे न केवल पाचन बेहतर होगा बल्कि किडनी भी हल्की और सक्रिय महसूस करेगी।
इसके अलावा बेरीज जैसे ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी और रास्पबेरी को भी किडनी हेल्थ के लिए सुपरफूड माना जाता है। इन फलों में मौजूद फाइटोन्यूट्रिएंट्स और विटामिन्स शरीर में फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं और किडनी के टिशूज़ को रिपेयर करने में मदद करते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स भी मानते हैं कि नियमित रूप से बेरीज का सेवन गुर्दों को साफ रखने में कारगर हो सकता है।
केला भी एक ऐसा फल है जिसे अक्सर लोग नज़रअंदाज़ कर देते हैं, लेकिन इसकी डिटॉक्स क्षमताएं बेहतरीन हैं। इसमें मौजूद पोटैशियम, ब्लड प्रेशर कंट्रोल में मदद करता है और किडनी को बैलेंस बनाए रखने में सहायक होता है। दिन की शुरुआत केले और थोड़ी बेरीज के साथ की जाए तो एनर्जी लेवल भी बना रहता है और किडनी भी स्वस्थ रहती है।
अब बात करें गर्मियों की खास सौगात तरबूज और खरबूज की, तो ये दोनों ही फल अत्यधिक जल मात्रा से भरपूर होते हैं, जिससे शरीर हाइड्रेटेड रहता है। तरबूज में मौजूद साइट्रूलिन और खरबूज में मौजूद पोटैशियम जैसे मिनरल्स, शरीर में पानी के संतुलन को बनाए रखते हैं और पेशाब के माध्यम से शरीर से अपशिष्ट पदार्थों को निकालने में सहायक होते हैं। ये दोनों फल नेचुरल डिटॉक्सिफायर के रूप में काम करते हैं, जो किडनी की कार्यक्षमता को सुधार सकते हैं।
हालांकि, किसी भी फल का सेवन सीमित मात्रा में और संतुलित आहार के हिस्से के रूप में किया जाना चाहिए। किडनी की सफाई का मतलब ये नहीं कि आप सिर्फ फल ही खाएं — साथ ही पर्याप्त मात्रा में पानी पीना, ज्यादा नमक और प्रोसेस्ड फूड से बचना, और नियमित रूप से एक्सरसाइज करना भी बेहद ज़रूरी है।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी केवल सामान्य ज्ञान के उद्देश्य से साझा की गई है। किसी भी तरह का खान-पान में बदलाव करने या नई हेल्थ रूटीन अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या न्यूट्रिशन एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। किसी भी फल या खाद्य पदार्थ को अत्यधिक मात्रा में लेने से शरीर पर नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकता है।