ज्यादा दूध वाली चाय पीने से सेहत पर पड़ सकता है गंभीर असर, जानिए क्यों जरूरी है लिमिट में रहना

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

भारत में सुबह की शुरुआत और दिनभर की थकान मिटाने के लिए चाय का कप कई लोगों की पहली पसंद है। खासतौर पर दूध वाली चाय को लोग एनर्जी बूस्टर मानते हैं। लेकिन अगर आप दिन में कई बार दूध वाली चाय पीते हैं, तो यह आदत आपकी सेहत को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकती है। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि चाय का सेवन लिमिट में ठीक है, लेकिन जरूरत से ज्यादा पीना कई तरह की शारीरिक और मानसिक समस्याओं का कारण बन सकता है।

1. डिहाइड्रेशन का खतरा

गर्मियों के मौसम में दूध वाली चाय शरीर में पानी की कमी (डिहाइड्रेशन) का कारण बन सकती है। दरअसल, चाय में मौजूद कैफीन एक डाइयुरेटिक एजेंट की तरह काम करता है, जो बार-बार पेशाब आने की समस्या बढ़ा सकता है। इससे शरीर से जरूरी फ्लूइड और मिनरल्स बाहर निकल जाते हैं, और डिहाइड्रेशन की स्थिति बन सकती है।

2. आयरन की कमी

ज्यादा चाय पीने से शरीर में आयरन का अवशोषण (absorption) प्रभावित हो सकता है। चाय में मौजूद टैनिन्स (Tannins) आयरन के साथ बाइंड होकर उसे शरीर में अवशोषित होने से रोकते हैं। खासकर जिन लोगों में पहले से आयरन की कमी (एनीमिया) है, उनके लिए ज्यादा चाय पीना और भी नुकसानदेह हो सकता है।

3. पेट से जुड़ी समस्याएं

अत्यधिक चाय का सेवन गैस, एसिडिटी और पेट में जलन जैसी समस्याएं बढ़ा सकता है। चाय में मौजूद कैफीन और दूध का संयोजन पाचन तंत्र पर दबाव डाल सकता है, जिससे पेट फूलना, अपच और भारीपन महसूस हो सकता है। इसके अलावा, लंबे समय तक ज्यादा चाय पीने से ब्लड प्रेशर भी बढ़ सकता है, जो हार्ट हेल्थ के लिए खतरनाक है।

4. नींद पर असर और अनिद्रा

कैफीन का असर सिर्फ शरीर पर नहीं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। दिन में कई बार चाय पीने से नींद का पैटर्न बिगड़ सकता है और अनिद्रा (Insomnia) की समस्या हो सकती है। कैफीन दिमाग को ज्यादा एक्टिव रखता है, जिससे नींद आने में देर लगती है और नींद की गुणवत्ता भी खराब हो सकती है।

5. हड्डियों पर असर

कई रिसर्च में पाया गया है कि अधिक मात्रा में कैफीन का सेवन हड्डियों में कैल्शियम की कमी कर सकता है। लंबे समय तक यह आदत ऑस्टियोपोरोसिस जैसी हड्डी से जुड़ी बीमारियों के जोखिम को बढ़ा सकती है।


सही तरीका और लिमिट

  • दिन में 1–2 कप से ज्यादा दूध वाली चाय न पिएं।

  • रात को सोने से कम से कम 4–5 घंटे पहले आखिरी कप लें।

  • चाय में शक्कर की मात्रा कम रखें या बिना शक्कर वाली चाय अपनाएं।

  • चाय के साथ पर्याप्त मात्रा में पानी और हेल्दी ड्रिंक्स लें ताकि डिहाइड्रेशन न हो।


डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में दी गई जानकारी सामान्य जागरूकता के लिए है। किसी भी डाइटरी बदलाव या स्वास्थ्य संबंधी कदम उठाने से पहले अपने डॉक्टर या न्यूट्रिशनिस्ट से सलाह अवश्य लें।

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