जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
इंदौर नगर निगम की सियासत में इन दिनों एक नाम सबसे ज्यादा चर्चा में है — पार्षद अनवर कादरी उर्फ़ डकैत। लव जिहाद के लिए फंडिंग जैसे गंभीर आरोपों से घिरे कादरी के खिलाफ अब नगर निगम प्रशासन ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने खुद मोर्चा संभालते हुए स्पष्ट कर दिया है कि अनवर कादरी को पार्षद पद से हटाने का प्रस्ताव एमआईसी (महापौर इन काउंसिल) में लाया जाएगा और अगली परिषद में इस पर चर्चा कर दो-तिहाई बहुमत से निर्णय लिया जाएगा।
महापौर ने कहा कि यह सिर्फ एक पार्षद को हटाने की बात नहीं है, बल्कि ये सवाल शहर की गरिमा और निगम की विश्वसनीयता का है। उन्होंने साफ कहा कि अनवर कादरी जैसे लोग न सिर्फ अपनी राजनीतिक हैसियत का दुरुपयोग कर रहे हैं, बल्कि शहर के कानून-व्यवस्था के लिए भी खतरा बनते जा रहे हैं। यही कारण है कि एमआईसी ने पार्षदी समाप्त करने के प्रस्ताव पर सहमति जताई है। अनवर को अपनी बात रखने का पूरा मौका दिया जाएगा, लेकिन यदि आरोप सही साबित होते हैं, तो उसे पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं।
डिविजनल कमिश्नर को भी लिखा गया पत्र
महापौर ने बताया कि उन्होंने डिविजनल कमिश्नर को भी धारा 19 के तहत तत्काल कार्रवाई की मांग करते हुए पत्र भेजा है। उनका कहना है कि यदि उच्च स्तर पर कार्रवाई नहीं होती, तो जनता और निगम के पार्षद जवाब जरूर मांगेंगे। लेकिन निगम अपने अधिकार क्षेत्र में जो कर सकता है, वो जरूर करेगा।
आपराधिक इतिहास: अनवर कादरी उर्फ डकैत
अनवर कादरी का नाम सिर्फ राजनीति में ही नहीं, आपराधिक मामलों में भी लंबे समय से चर्चित रहा है। वर्ष 1996 में उज्जैन के महाकाल थाने में उस पर डकैती का केस दर्ज हुआ था। यहीं से उसे “अनवर डकैत” के नाम से पहचान मिलने लगी। इंदौर में भी उस पर जानलेवा हमले, हथियार रखने, मारपीट और धमकाने जैसे गंभीर आपराधिक केस दर्ज हैं।
एक मामला 2009 का है, जिसमें उसने अपने भाई और एक साथी के साथ मिलकर एक व्यक्ति पर जानलेवा हमला किया था। 2011 में इस केस में अदालत ने सभी को एक-एक साल की सजा सुनाई थी। पुलिस ने उस दौरान उसके पास से पिस्तौल, कट्टा, तलवार और चाकू तक बरामद किए थे।
ताजा विवाद 28 अप्रैल 2025 को उस समय हुआ जब अनवर कादरी ने इंदौर के वार्ड 58 में पहलगाम हमले के विरोध में आतंकवाद और पाकिस्तान का पुतला जलाया। लेकिन कार्यक्रम के दौरान जैसे ही कादरी ने ‘पाकिस्तान’ शब्द बोला, तो मौजूद भीड़ में से कुछ लोगों ने ‘जिंदाबाद’ के नारे लगा दिए। यह वीडियो वायरल हुआ और बीजेपी विधायक गोलू शुक्ला ने मामले में एफआईआर दर्ज करवाई। इसके बाद पुलिस ने कादरी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
अनवर कादरी कांग्रेस से तीन बार पार्षद रह चुका है। उसकी पत्नी भी दो बार पार्षद रही हैं। कांग्रेस के शहर अध्यक्ष रहे प्रमोद टंडन के कार्यकाल में अनवर शहर कांग्रेस का महामंत्री भी बनाया गया था। इतना ही नहीं, वह एक बार निर्दलीय चुनाव भी लड़ चुका है और मुस्लिम समाज में उसकी पकड़ मजबूत मानी जाती है।