जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
पूर्व भारतीय क्रिकेटर और आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद हरभजन सिंह ने भारतीय क्रिकेट टीम से जोरदार अपील की है कि वह आगामी एशिया कप में पाकिस्तान के खिलाफ मैच न खेले। हरभजन का कहना है कि जब सीमा पर तनाव बना हुआ है और हमारे सैनिक देश की सुरक्षा के लिए अपनी जान दांव पर लगा रहे हैं, तब खेल के जरिए पाकिस्तान को मंच देना सही नहीं है।
एशिया कप 2025 का आयोजन इस साल 9 सितंबर से संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में होगा। भारत-पाकिस्तान का पहला मुकाबला 14 सितंबर को लीग स्टेज में निर्धारित है। इसके बाद सुपर-4 में दोनों के फिर से आमने-सामने होने की संभावना है। यदि दोनों टीमें फाइनल तक पहुंचती हैं, तो एक ही टूर्नामेंट में तीसरी बार भिड़ंत होगी।
‘खून और पानी साथ नहीं बह सकते’—हरभजन का स्पष्ट रुख
एक इंटरव्यू में हरभजन ने साफ कहा, “खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते। हमारे बॉर्डर पर सैनिक महीनों अपने परिवार से दूर रहते हैं और कभी-कभी देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देते हैं। उनकी कुर्बानी के सामने एक क्रिकेट मैच न खेलना बहुत छोटी बात है।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह सिर्फ उनका निजी मत नहीं है, बल्कि केंद्र सरकार का भी यही रुख है कि सीमा पर तनाव के दौरान दोनों देशों के बीच क्रिकेट जैसे द्विपक्षीय संबंधों को न बढ़ाया जाए।
वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स में भी किया था बहिष्कार
हरभजन ने अपने ताज़ा बयान से पहले भी इसी तरह का कदम उठाया था। हाल ही में हुए वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ लीजेंड्स (WCL) में इंडिया चैंपियंस टीम—जिसमें युवराज सिंह और शिखर धवन जैसे दिग्गज शामिल थे—ने पाकिस्तान चैंपियंस के खिलाफ खेलने से इनकार कर दिया था। यह फैसला पहलगाम आतंकी हमले के बाद लिया गया था।
पाकिस्तान को ‘अनावश्यक महत्व’ देने पर मीडिया पर सवाल
हरभजन ने मीडिया के रवैये पर भी नाराज़गी जताई। उन्होंने कहा, “हम पाकिस्तान को इतनी अहमियत क्यों देते हैं? जब हमने उनका बहिष्कार किया है और उनसे संवाद नहीं करना चाहते, तो मीडिया उन्हें लगातार क्यों दिखाता है? यह जिम्मेदारी न्यूज चैनलों की है कि वे आग में घी डालने का काम न करें।” उन्होंने यहां तक कहा कि जैसे खिलाड़ी पाकिस्तान टीम से हाथ नहीं मिलाते, वैसे ही मीडिया को भी उनके बयानों और प्रतिक्रियाओं को प्रसारित करने से बचना चाहिए।
भारत मौजूदा चैंपियन
भारत एशिया कप का मौजूदा चैंपियन है। पिछले संस्करण में टीम इंडिया ने फाइनल में श्रीलंका को 10 विकेट से हराकर अपना आठवां खिताब जीता था—जो टूर्नामेंट के इतिहास में किसी भी देश का सबसे अधिक है। इस बार भी टीम का उद्देश्य खिताब बरकरार रखना है, लेकिन हरभजन के बयान ने टूर्नामेंट से पहले भारत-पाकिस्तान मुकाबले पर नया विवाद खड़ा कर दिया है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और टीम प्रबंधन इस अपील पर क्या रुख अपनाते हैं, क्योंकि क्रिकेट प्रेमियों की निगाहें पहले से ही इस हाई-वोल्टेज मैच पर टिकी हुई हैं।