कोरोना की वापसी! इंदौर में मिले 3 नए मरीज, JN.1 वैरिएंट की आशंका; एक्टिव मरीजों की संख्या 8 पहुंची!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

इंदौर में कोरोना वायरस ने एक बार फिर दस्तक दी है। शुक्रवार को शहर में तीन नए कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आए हैं। इन तीनों मरीजों की उम्र 23 से 35 वर्ष के बीच है और सभी इंदौर निवासी हैं। राहत की बात यह है कि फिलहाल सभी मरीज होम आइसोलेशन में हैं और उनकी हालत स्थिर है। इनमें से 23 वर्षीय युवक की पुणे की ट्रैवल हिस्ट्री सामने आई है।

इससे एक दिन पहले गुरुवार को दो और कोरोना संक्रमित मिले थे। इनमें से एक 48 वर्षीय व्यक्ति की कोलकाता यात्रा की जानकारी सामने आई है, जबकि दूसरा मरीज 79 वर्षीय है, जो इंदौर में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल हुए थे।

जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बी.एस. सेतिया ने बताया कि अप्रैल महीने में 4 और मई में अब तक 13 पॉजिटिव केस दर्ज किए जा चुके हैं। इस प्रकार शहर में अब एक्टिव कोरोना मरीजों की संख्या 8 हो गई है। चिंता की बात यह है कि इन सभी मरीजों की यात्रा पृष्ठभूमि (ट्रैवल हिस्ट्री) देश के विभिन्न हिस्सों से जुड़ी हुई है – जैसे कि यूनाइटेड किंगडम (UK), केरल, अहमदाबाद, कोलकाता, मुंबई, गोवा, सूरत, उज्जैन और पुणे।

इन सभी मरीजों में हल्के लक्षण पाए गए हैं, जैसे कि सामान्य सर्दी और खांसी। अधिकांश ने प्राइवेट लैब में जांच करवाई, जिसके बाद संक्रमित होने की पुष्टि हुई। स्वास्थ्य विभाग अब संपर्क में आए लोगों की कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कर रहा है और उनके सैंपल भी लिए जा रहे हैं।

इधर, सभी सैंपल भोपाल लैब में भेजे गए हैं, ताकि यह पता लगाया जा सके कि मरीजों में कौन-सा वैरिएंट सक्रिय है। विशेषज्ञों को संदेह है कि यह नया संक्रमण JN.1 वैरिएंट का हो सकता है, जो हाल ही में सामने आया है और दुनियाभर में तेजी से फैल रहा है।

JN.1 वैरिएंट: क्या है यह नया खतरा?

JN.1 वैरिएंट, ओमिक्रॉन के BA2.86 स्ट्रेन का हिस्सा है और पहली बार अगस्त 2023 में रिपोर्ट किया गया था। दिसंबर 2023 में WHO ने इसे ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ घोषित किया। इसमें लगभग 30 म्यूटेशन हैं, जो इम्यून सिस्टम को कमजोर करते हैं और संक्रमण को फैलने में मदद करते हैं।

हालांकि यह वैरिएंट बहुत अधिक गंभीर नहीं है, लेकिन तेजी से फैलने की क्षमता इसे खतरनाक बनाती है। अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, JN.1 दुनिया के कई हिस्सों में सबसे आम वैरिएंट बन चुका है। इसकी सबसे खास बात यह है कि इसके लक्षण कुछ दिनों से लेकर हफ्तों तक रह सकते हैं और कुछ मरीजों को लॉन्ग कोविड की स्थिति का भी सामना करना पड़ सकता है, जिसमें थकावट, सिरदर्द, और सांस की तकलीफ लंबे समय तक बनी रहती है।

क्या करें सतर्क रहने के लिए?

  • सर्दी, खांसी या बुखार होने पर तुरंत जांच कराएं

  • सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनें

  • बार-बार हाथ धोएं और सैनिटाइजर का उपयोग करें

  • भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों से बचें

  • अगर ट्रैवल किया है, तो अपनी सेहत पर विशेष नजर रखें

  • किसी भी लक्षण के आने पर तुरंत होम आइसोलेशन में जाएं

स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई सभी सलाहों का पालन करना इस समय बेहद ज़रूरी है। कोरोना भले ही कमजोर रूप में वापस आया हो, लेकिन लापरवाही इसके फैलाव को बढ़ा सकती है। जरूरत है जागरूक रहने की, सतर्कता बरतने की और जिम्मेदार नागरिक होने की।

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