जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
भोपाल का रोशनपुरा चौराहा जल्द ही एक नई इमारत का गवाह बनने वाला है क्योंकि कांग्रेस अपने प्रदेश मुख्यालय को पूरी तरह हाईटेक और आधुनिक बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रही है। पहले जिस कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स में सालों से छोटे-बड़े व्यवसाय फल-फूल रहे थे, अब वहां कांग्रेस का भव्य पांच मंजिला मुख्यालय खड़ा होगा।
बता दें, भाजपा ने हाल ही में अपना भव्य और हाईटेक प्रदेश कार्यालय बनाया था, जिसमें अत्याधुनिक सुविधाओं से लेकर, वॉर रूम तक की व्यवस्था है। अब कांग्रेस भी उसी राह पर चलने की तैयारी में है।
कांग्रेस जानती है कि मध्य प्रदेश में वापसी का रास्ता सिर्फ जनसभाओं और नारों से तय नहीं होगा। संगठन को मजबूत बनाना होगा, रणनीतिक केंद्र तैयार करने होंगे और हर जिले में अपनी पकड़ को और मजबूत करना होगा और यह नया हाईटेक कांग्रेस भवन, उसी बदलाव का संकेत है।
कांग्रेस सूत्रों की मानें तो रोशनपुरा चौराहे पर पार्टी की करीब दो एकड़ जमीन है, जो भोपाल की सबसे बेहतरीन लोकेशनों में से एक मानी जाती है। वर्तमान में यहां एक व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स है, जहां करीब 35 दुकानों और शोरूम के साथ-साथ जिला कांग्रेस कमेटी का भी कार्यालय मौजूद है। लेकिन अब कांग्रेस ने तय कर लिया है कि इस जगह को पूरी तरह से अपने नए हाईटेक स्टेट हेडक्वार्टर में तब्दील किया जाएगा। अब तक कांग्रेस की इस प्रॉपर्टी में दुकानें और शोरूम किराए पर दिए जाते थे, लेकिन नए मुख्यालय में ऐसा कुछ भी नहीं होगा। पार्टी अब अपनी इस प्राइम लोकेशन पर किसी भी व्यवसायिक गतिविधि की इजाजत नहीं देगी। यानी, कांग्रेस का यह नया कार्यालय पूरी तरह से संगठन के कामकाज के लिए समर्पित होगा।
नया कांग्रेस कार्यालय सिर्फ एक इमारत नहीं, बल्कि पार्टी की सियासी रणनीति का केंद्र भी होगा। इस भव्य भवन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के साथ ही यूथ कांग्रेस, एनएसयूआई, महिला कांग्रेस, सेवादल, किसान कांग्रेस, आदिवासी कांग्रेस, एससी-एसटी कांग्रेस के प्रमुखों और उनकी टीमों के लिए अलग-अलग कक्ष बनाए जाएंगे। इसके अलावा, राष्ट्रीय नेताओं के ठहरने के लिए भी विशेष इंतजाम किए जाएंगे। दरअसल, अभी तक बाहर से आने वाले राष्ट्रीय स्तर के नेताओं को होटलों में रुकने की व्यवस्था करनी पड़ती थी, लेकिन कई बार बड़े आयोजनों में यह मुश्किल हो जाता था। नए कांग्रेस मुख्यालय में ऐसी समस्या नहीं होगी। बड़े नेताओं के रुकने, बैठकें करने और संगठन की गतिविधियों को एक छत के नीचे संचालित करने के लिए नए ऑफिस में सभी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
बता दें, जीतू पटवारी ने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद कई बड़े फैसले लिए हैं। उन्होंने पुराने कांग्रेस कार्यालय का रेनोवेशन कराया, नई लिफ्ट लगवाई, इंटीरियर बदला और अब भविष्य की राजनीति के लिए नया कांग्रेस हेडक्वार्टर खड़ा करने जा रहे हैं। इसके अलावा पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने न सिर्फ भोपाल, बल्कि पूरे मध्य प्रदेश में कांग्रेस की संपत्तियों की मैपिंग कराई है। भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर सहित तमाम जिलों में पार्टी की कितनी जमीन और इमारतें हैं, इसकी पूरी रिपोर्ट अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) को भेजी जा चुकी है। माना जा रहा है कि भोपाल में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय बनने के बाद अन्य जिलों में भी कांग्रेस कार्यालयों का कायाकल्प किया जाएगा।
जानकारी के लिए बता दें, एमपी कांग्रेस ने नए कार्यालय के निर्माण की योजना बना ली है। प्रॉपर्टी की मैपिंग के साथ-साथ नए प्रदेश कार्यालय की बिल्डिंग के लिए मंजूरी एआईसीसी को भेजी जाएगी। जैसे ही ग्रीन सिग्नल मिलेगा, काम शुरू कर दिया जाएगा।