जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। दरअसल, मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने मंगलवार शाम पदाधिकारियों की दूसरी सूची जारी की। लेकिन सूची जारी होने के डेढ़ घंटे बाद ही प्रदेश सचिव मोनू सक्सेना ने इस्तीफा दे दिया।
प्रदेश सचिव पद से इस्तीफा देने वाले मोनू सक्सेना ने अपने पत्र में लिखा है, “मैं प्रदीप मोनू सक्सेना, छात्र राजनीति में NSUI, युवा कांग्रेस और भोपाल जिला कांग्रेस पार्टी का समर्पित कार्यकर्ता हूँ और हमेशा रहूँगा। मुझे प्रदेश कांग्रेस में सचिव का महत्वपूर्ण पद सौंपा गया है। मैं निरंतर पार्टी की विचारधारा के लिए कार्यरत हूँ और अध्यक्ष मल्लिका अर्जुन खड़गे तथा हमारे नेता राहुल गांधी के संदेश को जन-जन तक पहुँचाने का प्रयास कर रहा हूँ। मैं आपसे निवेदन करता हूँ कि मेरे स्थान पर किसी अन्य अनुभवी या युवा साथी को नियुक्त कर पार्टी की विचारधारा को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करें। मैं सदैव आपका आभारी रहूँगा। मैं प्रदीप मोनू सक्सेना, प्रदेश कांग्रेस सचिव पद से इस्तीफा देता हूँ।”
बता दें, दूसरी सूची में पार्टी की सबसे सशक्त बॉडी पॉलिटिकल अफेयर कमेटी में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, उनके बेटे नकुलनाथ और दिग्विजय सिंह सहित 25 वरिष्ठ नेताओं को स्थान दिया गया है। इसके अलावा, 84 प्रदेश सचिव और 36 संयुक्त सचिव नियुक्त किए गए हैं। वहीं, राज्यसभा सांसद अशोक सिंह को कोषाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया है। कांग्रेस की पहली सूची में 177 पदाधिकारी शामिल थे। जबकि, दूसरी सूची में 158 नाम शामिल हैं। कुल मिलाकर एमपी कांग्रेस ने अब तक 335 पदाधिकारी नियुक्त किए हैं।
उल्लेखनीय है कि पहली सूची जारी होने के बाद पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह समेत कुछ अन्य नेताओं ने अपनी नाराज़गी व्यक्त की थी। साथ ही इंदौर के प्रमोद टंडन ने इस्तीफा भी दिया था।