जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश के धार जिले के ऐतिहासिक नगर मांडू में कांग्रेस पार्टी के ‘नव संकल्प शिविर’ की भव्य शुरुआत हुई। दो दिवसीय इस प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, सेवादल की टीम और प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी ने ध्वजारोहण कर किया। राष्ट्रगान के साथ विधिवत शुभारंभ हुआ। आदिवासी परंपराओं से आए विधायकों का गरिमामय स्वागत किया गया। इस शिविर का उद्देश्य विधायकों को न केवल राजनीतिक बल्कि सामाजिक, संवादात्मक और रणनीतिक दृष्टिकोण से और अधिक सक्षम बनाना है।
21 जुलाई से शुरू हुए इस शिविर के पहले दिन कुल छह प्रमुख सत्र आयोजित किए जाएंगे। शुरुआत होगी प्रख्यात मोटिवेशनल स्पीकर सोनू शर्मा के उद्बोधन से, जो जनप्रतिनिधियों की भूमिका, नेतृत्व कौशल, अनुशासन और संगठनात्मक एकता पर आधारित होगा। इसके बाद वरिष्ठ अधिवक्ता और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा विधायकों को बताएंगे कि फर्जी मुकदमों और जांच एजेंसियों के दुरुपयोग से किस प्रकार कानूनी रूप से निपटा जाए। वे संवैधानिक प्रतिरोध के व्यावहारिक उपायों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
शिविर में पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ वर्चुअली जुड़कर ‘मध्यप्रदेश का भविष्य और आर्थिक नीति’ विषय पर प्रदेश की आर्थिक स्थिति, चुनौतियों और विकास की दिशा पर संवाद करेंगे। वहीं दोपहर बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता और मीडिया विभाग के अध्यक्ष पवन खेड़ा मीडिया मैनेजमेंट और नरेटिव बिल्डिंग के गुर सिखाएंगे। वे विधायकों को यह समझाएंगे कि संचार माध्यमों के जरिये कांग्रेस की विचारधारा को मजबूती से कैसे प्रस्तुत किया जाए और मीडिया में मुद्दों को सही तरीके से कैसे उठाया जाए।
एक अन्य सत्र में विधानसभा के पूर्व प्रमुख सचिव भगवानदेव इसराणी सत्ता पक्ष पर रणनीतिक प्रहार की तकनीक साझा करेंगे। वे बताएंगे कि किस प्रकार आरटीआई, ऑडिट रिपोर्ट और विधानसभा नियमों का प्रयोग करके सरकार की विफलताओं को उजागर किया जा सकता है। इसके बाद 10-10 विधायकों के समूह बनाकर चर्चा करवाई जाएगी, जिसमें विशेष रूप से एससी, एसटी और ओबीसी वर्ग के प्रतिनिधि अपने अनुभव साझा कर रिपोर्ट तैयार करेंगे।
शिविर के पहले दिन के अंतिम सत्र में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी वर्चुअली जुड़ सकते हैं। इस दौरान वर्ष 2028 के विधानसभा चुनाव को लेकर रणनीतिक रोडमैप पर चर्चा होगी। संगठन सृजन अभियान, जातीय जनगणना और अन्य सामाजिक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया जाएगा।
दूसरे दिन यानी 22 जुलाई को राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ नेता अजय माकन कांग्रेस के वैचारिक मूल्यों, संविधानवाद, धर्मनिरपेक्षता, समावेशी विकास और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों पर आधारित मार्गदर्शन देंगे। इसके बाद कांग्रेस की ऐतिहासिक यात्रा पर केंद्रित एक प्रेरक वीडियो प्रस्तुत किया जाएगा, जिसमें पार्टी की स्थापना से लेकर आज तक के संघर्षों और उपलब्धियों का उल्लेख होगा।
सोशल मीडिया और डिजिटल युग में कांग्रेस की उपस्थिति को सशक्त करने हेतु सोशल मीडिया प्रमुख सुप्रिया श्रीनेत एक सत्र लेंगी, जिसमें वे विधायकों को एक्स (पूर्व ट्विटर), फेसबुक, शॉर्ट वीडियो निर्माण, ट्रोलिंग का जवाब और डिजिटल छवि निर्माण की प्रभावशाली रणनीति सिखाएंगी।
शिविर के अंतिम चरण में विधायकों के लिए खुला मंच रखा गया है, जहां वे अपनी जमीनी हकीकत, क्षेत्रीय अनुभव और राजनीतिक सुझाव साझा करेंगे। यह सत्र संवाद और आत्मविश्लेषण की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास होगा। शिविर के समापन पर शाम 4 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन होगा, जिसमें दो दिनों की चर्चाओं और निष्कर्षों को मीडिया के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा।