जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश में मुख्य सचिव की नियुक्ति को लेकर स्थिति फिलहाल साफ नहीं है। मौजूदा मुख्य सचिव अनुराग जैन का कार्यकाल इस महीने समाप्त हो रहा है, लेकिन उन्हें एक्सटेंशन मिलेगा या नहीं—यह अभी तक तय नहीं हो पाया है। इसी असमंजस की वजह से प्रमुख सचिव स्तर से अपर मुख्य सचिव (एसीएस) बनने का इंतजार कर रहे आईएएस अफसरों का भविष्य भी अटका हुआ है।
एक्सटेंशन या नई नियुक्ति—निर्णय पर टिकी पदोन्नति
मुख्य सचिव अनुराग जैन और गृह विभाग के एसीएस जे.एन. कंसोटिया दोनों का रिटायरमेंट 31 अगस्त को होना है। लेकिन चूंकि वह दिन रविवार है, इसलिए दोनों की सेवानिवृत्ति 29 अगस्त को मानी जाएगी। मंत्रालय सूत्रों के अनुसार, मुख्य सचिव का पद दरअसल एसीएस स्तर का ही होता है, केवल भत्तों और सुविधाओं में अंतर होता है। यही कारण है कि जैसे ही एसीएस स्तर का कोई अधिकारी रिटायर होता है, प्रमुख सचिवों को प्रमोशन देकर उस रिक्ति को भरा जाता है।
अगर अनुराग जैन को एक्सटेंशन मिल जाता है, तो एसीएस स्तर का एक भी पद खाली नहीं होगा और प्रमुख सचिवों को इंतजार करना पड़ेगा। वहीं, अगर उन्हें एक्सटेंशन नहीं मिलता तो दो पद खाली होंगे, जिससे प्रमुख सचिव दीपाली रस्तोगी और शिवशेखर शुक्ला को प्रमोशन का मौका मिल सकता है।
पीएम मोदी के दौरे के बाद साफ होगी तस्वीर
माना जा रहा है कि सीएस पद को लेकर स्थिति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी ‘पीएम मित्रा पार्क’ उद्घाटन के बाद साफ हो जाएगी। सूत्रों के मुताबिक, यह तो तय है कि अनुराग जैन को नई जिम्मेदारी मिलेगी, लेकिन वे मुख्य सचिव के रूप में बने रहेंगे या केंद्र और राज्य सरकार की किसी स्वायत्त संस्था के चेयरमैन बनाए जाएंगे, यह फैसला पीएम के दौरे के बाद होगा।
अन्य विकल्पों से भी खुल सकती हैं संभावनाएं
अगर जैन को एक्सटेंशन नहीं मिलता और केंद्र में पदस्थ एमपी कैडर की वरिष्ठ आईएएस अफसर अलका उपाध्याय या मनोज गोविल को मुख्य सचिव बनाया जाता है, तो उनकी केंद्र से वापसी होगी। इस स्थिति में रिक्ति नहीं बचेगी क्योंकि वे सीधे एसीएस स्तर पर आ जाएंगे। दूसरी ओर, अगर राज्य में ही पदस्थ आईएएस जैसे राजेश राजौरा या अशोक बर्णवाल में से किसी को मुख्य सचिव बनाया जाता है, तो रिक्ति बनेगी और प्रमुख सचिवों को प्रमोशन का रास्ता मिलेगा।
दीपाली रस्तोगी का प्रमोशन लगभग तय
आईएएस अफसरों की सीनियरिटी लिस्ट के अनुसार, इस समय 1994 बैच की सबसे सीनियर प्रमुख सचिव दीपाली रस्तोगी हैं। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की जिम्मेदारी संभाल रहीं रस्तोगी का एसीएस पद पर प्रमोशन लगभग तय माना जा रहा है। उनकी सीनियरिटी के बाद वाली अफसर पल्लवी जैन गोविल अभी अप्रैल 2025 तक केंद्र में पदस्थ हैं और उनकी वापसी की संभावना कम है। इस वजह से दीपाली रस्तोगी का प्रमोशन सुनिश्चित माना जा रहा है।
शिवशेखर शुक्ला का नंबर परिस्थितियों पर निर्भर
प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति विभाग शिवशेखर शुक्ला के प्रमोशन की संभावना पूरी तरह मुख्य सचिव अनुराग जैन के एक्सटेंशन पर निर्भर है। यदि जैन रिटायर होते हैं और उनके साथ गृह विभाग के एसीएस जे.एन. कंसोटिया भी सेवानिवृत्त होते हैं, तो दोनों पद खाली होंगे। ऐसे में एक पद पर दीपाली रस्तोगी और दूसरे पर शिवशेखर शुक्ला को एसीएस बनाया जा सकता है। लेकिन अगर जैन को एक्सटेंशन मिल जाता है, तो शुक्ला को अभी और इंतजार करना पड़ेगा।