जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
भोपाल के तात्या टोपे नगर स्थित कमला नेहरू सांदीपनि कन्या विद्यालय परिसर में गुरुवार 10 जुलाई को गुरु पूर्णिमा महोत्सव भव्यता के साथ मनाया जाएगा, जहाँ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इस विशेष अवसर पर मुख्यमंत्री न केवल 36 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित सर्व-सुविधायुक्त विद्यालय भवन का लोकार्पण करेंगे, बल्कि प्रदेश के लाखों विद्यार्थियों के भविष्य को रफ्तार देने के लिए नि:शुल्क साइकिल वितरण योजना का भी शुभारंभ करेंगे।
गुरु पूर्णिमा महोत्सव के दौरान स्कूल शिक्षा एवं परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। वहीं इस समारोह में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री विश्वास कैलाश सारंग, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री चेतन्य कुमार काश्यप, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्यमंत्री कृष्णा गौर, सांसद आलोक शर्मा, महापौर मालती राय तथा विधायक रामेश्वर शर्मा, विष्णु खत्री और भगवान दास सबनानी जैसे जनप्रतिनिधि विशेष रूप से मौजूद रहेंगे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा जिस नव-निर्मित भवन का लोकार्पण किया जाएगा, वह कमला नेहरू सांदीपनि विद्यालय परिसर में 36 करोड़ रुपए की लागत से तैयार हुआ है। इस आधुनिक भवन में प्रयोगशालाएं, विशाल लाइब्रेरी, ऑडिटोरियम, स्मॉल डिजिटल कक्षाएं, प्रतियोगी परीक्षाओं की नि:शुल्क कोचिंग, कॅरियर काउंसलिंग, इण्डोर-आउटडोर खेल की आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इतना ही नहीं, विद्यालय में 10 किलोमीटर तक के दायरे से आने वाले विद्यार्थियों के लिए नि:शुल्क परिवहन व्यवस्था भी की गई है, जो खासतौर पर ग्रामीण व दूरदराज के बच्चों के लिए राहत साबित होगी।
इसी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री 430 हजार पात्र विद्यार्थियों को नि:शुल्क साइकिल वितरित करने की योजना की भी औपचारिक शुरुआत करेंगे। इस महत्वाकांक्षी योजना पर करीब 195 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जिससे न केवल बच्चों को स्कूल आने-जाने में सहूलियत होगी बल्कि शिक्षा की दिशा में यह कदम एक नई ऊर्जा भरेगा।
बता दें, प्रदेश के समस्त विद्यालयों में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा दो दिवसीय गुरु पूर्णिमा उत्सव भी आयोजित किया जा रहा है। इस दौरान छात्रों को गुरु-शिष्य परंपरा, गुरुकुल व्यवस्था और भारतीय संस्कृति में गुरु के महत्व के बारे में बताया जा रहा है। निबंध लेखन प्रतियोगिताओं से लेकर मां सरस्वती की पूजा, दीप प्रज्ज्वलन और गुरुजनों के सम्मान तक कई गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं, जिससे विद्यार्थियों में भारतीय ज्ञान परंपरा और संस्कारों की गहरी समझ विकसित हो सके।