CM डॉ. मोहन यादव आज करेंगे सम्पदा 2.0 का शुभारंभ, उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा करेंगे कार्यक्रम की अध्यक्षता; सम्पदा 2.0 से दस्तावेजों का पंजीयन अब होगा डिजिटली

You are currently viewing CM डॉ. मोहन यादव आज करेंगे सम्पदा 2.0 का शुभारंभ, उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा करेंगे कार्यक्रम की अध्यक्षता; सम्पदा 2.0 से दस्तावेजों का पंजीयन अब होगा डिजिटली

जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में 10 अक्टूबर, गुरुवार को पंजीयन विभाग की नवीन तकनीक पर विकसित सॉफ्टवेयर सम्पदा -2.0 के ई-पंजीयन एवं ई-स्टॉम्पिंग का शुभारंभ करेंगे। उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे।

इस संबंध में जानकारी देते हुए वित्त एवं वाणिज्यिक कर मंत्री जगदीश देवड़ा ने बताया कि संपत्ति पंजीकरण प्रक्रिया को डिजिटल बनाने की दिशा में राज्य शासन का यह एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि पायलट प्रोजेक्ट के सफल क्रियान्वयन एवं नोटिफिकेशन जारी होने से अब मध्यप्रदेश दस्तावेजों के पंजीयन एवं ई-स्टॉम्पिंग के क्षेत्र में देश में अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित हुआ है।

उप मुख्यमंत्री देवड़ा ने कहा कि अप्रैल-2024 में 4 जिले क्रमश: गुना, हरदा, डिण्डोरी एवं रतलाम में पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत ई-पंजीयन एवं ई-स्टॉम्पिंग को सफलतापूर्वक संचालित किया गया है और अब इसे इस प्रदेश के सभी 55 जिलों में लागू किया जायेगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार चरणबद्ध तरीके से सॉफ्टवेयर पर दस्तावेजों के ई-पंजीयन एवं ई-स्टॉम्पिंग के लिए प्रदेश के समस्त जिलों में लागू किए जाने की कार्यवाही पूर्ण की जा चुकी है।

दस्तावेजों का पंजीयन अब होगा डिजिटली

उक्त सॉफ्टवेयर द्वारा सम्पत्तियों का अंतरण, लोन इत्यादि दस्तावेजों का पंजीयन पूर्ण रूप से डिजिटली ही किया जायेगा। अगर उस दस्तावेज पर लोन लिया गया होगा, तो उसकी जानकारी भी इसमें देखी जा सकेगी। साथ ही सम्पत्ति की पहचान कस्टोडियम डिपार्टमेंट से की जायेगी। पंजीयकों की पहचान ई-केवाईसी के माध्यम से पूर्ण की जायेगी। इसमें घर बैठे पंजीयन एवं ई-स्टॉम्पिंग की सुविधा भी होगी।

सम्पदा 2.0 से ई-केवाइसी से होगी पहचान

सम्पदा 2.0 से ई-केवाइसी से पहचान होगी। इसकी विशेषताओं में संपत्ति की जीआईएस मैपिंग, बायोमैट्रिक पहचान और दस्तावेजों का स्वतः प्ररूपण शामिल है। इस प्रणाली में दस्तावेजों का निष्पादन ई-साइन और डिजिटल सिग्नेचर से किया जाएगा, जिससे गवाह लाने की अनिवार्यता समाप्त हो जाएगी। कुछ दस्तावेजों के पंजीकरण के लिए अब उप पंजीयक कार्यालय में व्यक्तिगत उपस्थिति की आवश्यकता नहीं होगी। पंजीयन अधिकारी से संवाद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया जाएगा, और कई मामलों में किसी भी प्रकार के इंटरैक्शन की आवश्यकता नहीं होगी। व्यक्ति की पहचान के लिए वीडियो केवाईसी का प्रावधान भी रखा गया है।

ई-साइन एवं डिजिटल हस्ताक्षर से होगा दस्तावेज का निष्पादन

पंजीयन के लिए ई-साइन एवं डिजिटल हस्ताक्षर से दस्तावेज का निष्पादन होगा। दस्तावेजों की ई-कॉपी डिजी लॉकर, व्हाट्सएप, और ई-मेल के माध्यम से उपलब्ध होगी। साथ ही ई-स्टाम्प सृजित करने की सुविधा भी होगी। संपत्ति की सर्च प्रक्रिया को और अधिक सरल बनाया गया है।

Leave a Reply