जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
डिंडौरी में वीरांगना रानी अवंती बाई की शौर्य गाथा को नमन करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उनके बलिदान दिवस पर बालपुर स्थित समाधि स्थल पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किए। उन्होंने कहा कि वीरांगना रानी अवंती बाई के साहस और पराक्रम ने अंग्रेजी हुकूमत को हिला कर रख दिया था। उनके बलिदान को स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत के स्वतंत्रता संग्राम में रानी अवंती बाई का योगदान अतुलनीय है। वे मात्र 26 वर्ष की अल्पायु में अंग्रेजों की हड़प नीति के खिलाफ विद्रोह कर अपने प्राणों की आहुति दे गईं, लेकिन उनकी वीरता की गूंज आज भी पूरे देश में सुनाई देती है।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि इतिहास में ऐसे महान व्यक्तित्व अमर हो जाते हैं जो अपने साहस, आत्मसम्मान और राष्ट्रभक्ति के लिए अपना सर्वस्व समर्पित कर देते हैं। उन्होंने कहा कि ‘अवंती’ का अर्थ है – जिसका कभी अंत न हो, और यही भाव रानी अवंती बाई के संघर्ष और शौर्य में परिलक्षित होता है। वे केवल लोधी समाज के लिए नहीं, बल्कि संपूर्ण राष्ट्र के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई, रानी दुर्गावती, राजा रघुनाथशाह एवं कुंवर शंकरशाह जैसे अन्य महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का भी स्मरण किया। उन्होंने कहा कि इन महानायकों ने सीमित संसाधनों के बावजूद अंग्रेजी शासन के विरुद्ध संघर्ष कर समाज को नई दिशा दी। उन्होंने तात्कालिक कठिन परिस्थितियों में आत्मसम्मान और राष्ट्रभक्ति का परिचय देते हुए समाज में जागरूकता पैदा की और स्वतंत्रता आंदोलन को शक्ति प्रदान की।
डिंडौरी जिले को विकास की सौगात
इस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने डिंडौरी जिले को कई महत्वपूर्ण विकास कार्यों की सौगात दी। उन्होंने घोषणा की कि डिंडौरी जिले के समना विकासखंड को तहसील का दर्जा दिया जाएगा। इसके अलावा, उन्होंने मेंहदवानी से आईटीआई तक डामरीकरण कार्य, शहपुरा में 132 केवी. का सब-स्टेशन निर्माण, दनदना, राघो, नागदमन, गोरखपुर जलाशयों के पक्की नहरीकरण कार्य, नर्मदा तट पर सौर ऊर्जा से बिजली उत्पादन, मूसरघाट से शहडोल मार्ग, समनापुर में तहसील कार्यालय का क्रियान्वयन, गौराकन्हारी में कन्या छात्रावास और नेवसा वाटरफॉल के समीप गाजर नदी पर बांध निर्माण की योजनाओं की घोषणा की।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में स्वतंत्रता संग्राम के नायकों की गौरव गाथा को स्वर्णिम अक्षरों में लिखने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा सहित अन्य जनजातीय वीरों के योगदान को जन-जन तक पहुंचाने के लिए जनजातीय गौरव दिवस मनाया जा रहा है। वीरांगना रानी दुर्गावती के योगदान को सम्मान देने के लिए जबलपुर में राज्य सरकार की पहली कैबिनेट बैठक आयोजित की गई थी। इसी क्रम में खरगोन विश्वविद्यालय का नाम क्रांतिसूर्य टंट्या मामा के नाम पर किया गया है।
किसानों, गरीबों, युवाओं और महिलाओं के हित में सरकार द्वारा लिए गए फैसलों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रीअन्न (मोटे अनाज) के लिए ₹1000 प्रति क्विंटल, धान के लिए ₹4000 प्रति हेक्टेयर, गेहूं के लिए ₹2600 प्रति क्विंटल की राशि किसानों को हस्तांतरित की जाएगी। इसके अलावा, 10 से अधिक गौ-पालन करने वाले किसानों को विशेष अनुदान मिलेगा, जिससे गौ-पालन और दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा।
हितग्राहियों को मिला लाभ
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने एमएसएमई प्रोत्साहन योजना के तहत 2 करोड़ 27 लाख रुपये की स्वीकृत राशि राहुल केशरवानी को राइस मिल के लिए प्रदान की। इसके अलावा, सीसीएल के तहत 2482 स्व-सहायता समूहों को 53 करोड़ 80 लाख रुपये की राशि वितरित की गई। पीएमएफएमई योजना के तहत अमृता और संतोषी स्व-सहायता समूह को फ्लोर मिल के लिए 7 लाख रुपये का लाभ प्रदान किया गया।
रानी अवंती बाई के बलिदान को किया याद
इस अवसर पर पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने रानी अवंती बाई की वीरता को नमन करते हुए कहा कि उनका शौर्य इतिहास में अद्वितीय है। अंग्रेजी शासन के खिलाफ उन्होंने कर वसूली का विरोध किया और जनमानस की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष किया। वहीं, संस्कृति और पर्यटन मंत्री धर्मेंद्र भावसिंह लोधी ने कहा कि 1857 की क्रांति में रानी अवंती बाई ने अपने सीमित संसाधनों से अंग्रेजों को चुनौती दी और अंग्रेज अधिकारी वाडिंग्टन को भगाने में सफल रहीं।
शहपुरा विधायक ओमप्रकाश परस्ते ने अपने संबोधन में रानी अवंती बाई के बलिदान की शौर्यगाथा का विस्तार से वर्णन किया और डिंडौरी के विकास के लिए मुख्यमंत्री डॉ. यादव का आभार व्यक्त किया।
रानी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती समारोह
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार रानी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती वर्ष मना रही है। रानी अहिल्याबाई और रानी अवंती बाई के आदर्शों को समाज में व्यापक स्तर पर पहुंचाने के लिए कई कार्यक्रम किए जा रहे हैं, जिससे गरीब, युवा, किसान और महिलाओं के कल्याण के लिए प्रभावी योजनाएँ बनाई जा सकें।
इस समारोह में पूर्व मंत्री जालम सिंह पटेल, जिला पंचायत अध्यक्ष रूद्रेश परस्ते, शहपुरा विधायक ओमप्रकाश धुर्वे, डिंडौरी विधायक ओमकार सिंह मरकाम सहित कई जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।