जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्य प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर उठते सवालों और लगातार बढ़ते विवादों के बीच मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सख्त और चौंकाने वाला ऐक्शन लेते हुए एक के बाद एक चार वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को तत्काल पद से हटा दिया है। इस कार्रवाई की जानकारी खुद मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर सार्वजनिक की। कटनी और दतिया के पुलिस अधीक्षकों (SP), चंबल रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (IG) और उप महानिरीक्षक (DIG) को एक साथ हटाया गया है, जिसे प्रदेश के पुलिस महकमे में बड़ी सर्जरी के तौर पर देखा जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि इन अधिकारियों का व्यवहार लोकसेवा के मूल्यों के विपरीत और खेदजनक था, इसलिए उन्हें तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश जारी किए गए। इस कार्रवाई की गूंज पूरे प्रशासनिक गलियारों में सुनाई दी और इसे सरकार की ‘जीरो टॉलरेंस फॉर मिसकंडक्ट’ नीति का हिस्सा माना जा रहा है।
दरअसल, शनिवार को दतिया एयरपोर्ट के लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान प्रदेश के बड़े पुलिस अधिकारियों के बीच मंच पर ही बहस हो गई थी। कार्यक्रम की मंचीय व्यवस्थाओं को लेकर दतिया के एसपी वीरेंद्र कुमार मिश्रा, चंबल के IG सुशांत कुमार सक्सेना और DIG कुमार सौरभ के बीच खुलकर कहासुनी हो गई थी। यह पूरी बहस सार्वजनिक थी, जिससे प्रदेश सरकार की गरिमा और पुलिस की प्रतिष्ठा को गहरी ठेस पहुंची। मुख्यमंत्री ने इस प्रकरण को बेहद गंभीर मानते हुए तीनों अधिकारियों को तत्काल उनके पद से हटाने का आदेश जारी किया।
अब सूरज वर्मा को नया एसपी दतिया बनाया गया है, जबकि सचिन कुमार अतुलकर को आईजी चंबल जोन मुरैना और सुनील कुमार जैन को डीआईजी चंबल रेंज मुरैना के पद पर तैनात किया गया है।
मुख्यमंत्री की सख्ती सिर्फ चार अधिकारियों तक ही सीमित नहीं रही। गृह विभाग ने इस कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए कुल 10 आईपीएस अधिकारियों का तबादला आदेश भी जारी कर दिया है। इस फेरबदल को व्यापक स्तर पर प्रशासनिक सुधार और अनुशासन स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।