जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज मुंबई में आयोजित ‘इंडिया केम 2024’ के 13वें बायेनियल इंटरनेशनल एक्सhibition and Conference में सहभागिता की। इस मौके पर उन्होंने मध्यप्रदेश के बीना में स्थित भारत पेट्रोलियम पेट्रोकेमिकल प्रोजेक्ट और देश की प्रमुख कंपनियों द्वारा प्रदेश में हो रहे उत्पादन के बारे में चर्चा की, साथ ही गेल इंडिया की बड़ी परियोजना और इस क्षेत्र में बन रही मजबूत अधोसंरचना पर भी अपने विचार रखे।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा के साथ “India Chem-2024 Advantage India: Indian Chemicals and Petro-Chemicals Paving the Future” के 13वें द्वि-वार्षिक सम्मेलन का उद्घाटन दीप जलाकर किया। इस मौके पर, मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने फिक्की और अर्नेस्ट एंड यंग द्वारा तैयार “नॉलेज पेपर” का विमोचन भी किया, जिसका विषय था कैटालाइजिंग इंडिया ऑन केमिकल एंड पेट्रो-केमिकल स्ट्रेटेजीज फॉर ग्लोबल इंटीग्रेशन एंड ग्रोथ।
इस कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे.पी. नड्डा, राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल, गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और उड़ीसा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी समेत कई अन्य लोग शामिल हुए।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश लगातार तरक्की कर रहा है। भारत अब 11वीं से उठकर 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। मध्यप्रदेश औद्योगिक गतिविधियों और निवेश को बढ़ावा देने के लिए लगातार मेहनत कर रहा है। यहां इस समय 250 फार्मेसी और 35 मेडिकल कॉलेज चल रहे हैं। केमिकल और पेट्रो-केमिकल उद्योग के लिए प्रदेश में जरूरी ढांचा तैयार है।
मध्यप्रदेश में केमिकल, फार्मा, पेट्रो-केमिकल और प्लास्टिक इंडस्ट्री के लिए मौजूद है शानदार इको-सिस्टम
उन्होंने इंडिया केम-2024 के 13वें संस्करण को संबोधित करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में केमिकल, फार्मा, पेट्रो-केमिकल और प्लास्टिक इंडस्ट्री के लिए एक शानदार इको-सिस्टम मौजूद है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीना में भारत पेट्रोलियम की 50 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की पेट्रो-केमिकल परियोजना का शुभारंभ किया, और इसका काम शुरू हो चुका है। इसके अलावा, 35 हजार करोड़ की गेल इंडिया की बड़ी पेट्रो-केमिकल परियोजना पर तेजी से काम चल रहा है, जिससे 25 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। प्रदेश में केमिकल और पेट्रो-केमिकल के क्षेत्र में देश की सबसे बड़ी निजी और सरकारी कंपनियां काम कर रही हैं। यहां 275 फार्मा यूनिट्स हैं, जो 160 से ज्यादा देशों को दवाएं निर्यात कर रही हैं। दवा निर्यात में मध्यप्रदेश का देश में चौथा स्थान है। 2023-24 में 11 हजार 889 करोड़ रुपये के फार्मा प्रोडक्ट का निर्यात हुआ है।
मध्यप्रदेश दवा निर्यात में देश में चौथे नंबर पर
उन्होंने बताया कि मध्यप्रदेश दवा निर्यात में देश में चौथे नंबर पर है। साल 2023-24 में 11,889 करोड़ रुपये के फार्मा प्रोडक्ट का निर्यात हुआ है। राज्य सरकार इस क्षेत्र में और निवेश लाने और गतिविधियों को बढ़ाने के लिए एक नई फार्मा पॉलिसी तैयार कर रही है। हम एक भविष्य के लिए तैयार राज्य हैं, और रसायन व उर्वरक के क्षेत्र में सरकार के प्रयास आने वाले समय में विकास की नई कहानी लिखेंगे।