जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
ग्वालियर पुलिस ने हाल ही में एक ऐसे रैकेट का खुलासा किया है, जिसने कपल्स की प्राइवेसी को भंग कर ब्लैकमेलिंग का धंधा खड़ा कर लिया था। यह गैंग होटल के कमरों में बल्ब होल्डर के अंदर स्पाई कैमरा लगाकर कपल्स के निजी पलों की रिकॉर्डिंग करता और फिर उन्हें धमकाकर पैसे वसूलने की कोशिश करता था। इस रैकेट की मास्टरमाइंड कोई और नहीं बल्कि एक इंजीनियरिंग की छात्रा राधा चौबे निकली, जो अपने बॉयफ्रेंड और उसके साथी के साथ मिलकर इस अपराध को अंजाम दे रही थी।
ऐसे लगाते थे स्पाई कैमरा
आरोपी राधा चौबे, उसके बॉयफ्रेंड भूपेंद्र धाकड़ और साथी बृजेश धाकड़ होटल विराट इन (सिटी सेंटर, ग्वालियर) को टारगेट करते थे।
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राधा सबसे पहले होटल में कमरा बुक करती।
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बाद में भूपेंद्र और बृजेश उससे मिलने के बहाने आते और कमरे में बल्ब होल्डर में स्पाई कैमरा फिट कर देते।
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7 दिन बाद ये आरोपी उसी कमरे की डिमांड करते और लौटकर आते।
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कैमरे में लगे मेमोरी कार्ड से रिकॉर्डिंग निकालकर मोबाइल में ट्रांसफर कर लेते और नया कैमरा लगा जाते।
राधा होटल में इस्तेमाल के लिए महाराजबाड़ा से स्पाई कैमरा खरीदती थी, जिसे होटल रूम में आसानी से इंस्टॉल किया जा सकता था।
कपल्स थे गैंग का आसान शिकार
होटल विराट इन को इसलिए चुना गया क्योंकि यहां कपल्स ज्यादा आते थे। आरोपी आसानी से उन्हें टारगेट कर पाते। होटल के रूम नंबर 203 और 206 से कपल्स की कई प्राइवेट रिकॉर्डिंग मिली हैं। पुलिस को भूपेंद्र के मोबाइल से कई अन्य कपल्स की निजी वीडियो क्लिप्स भी मिली हैं। हालांकि होटल रिसेप्शन से कपल्स के मोबाइल नंबर न मिलने के कारण गैंग हर किसी को ब्लैकमेल नहीं कर सका।
पुष्पेंद्र प्रजापति बना शिकार
चीनोर निवासी पुष्पेंद्र प्रजापति (27) रेलवे कर्मचारी है। वह 26 जुलाई 2025 को होटल विराट इन के रूम नंबर 203 में अपनी गर्लफ्रेंड के साथ ठहरा था। इस रूम को उसकी गर्लफ्रेंड की सहेली राधा चौबे ने बुक किया था।
कुछ दिन बाद पुष्पेंद्र को अनजान नंबर से व्हाट्सऐप मैसेज आया कि उसके निजी पलों की रिकॉर्डिंग उनके पास है। गैंग ने उससे 1 लाख रुपए की मांग की और वीडियो वायरल करने की धमकी दी। डर के कारण उसने पहले 5 हजार, फिर 45 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किए। इसके बाद जब और पैसे की डिमांड हुई, तब उसने अपने भाई को पूरी बात बताई और पुलिस से मदद मांगी।
ऐसे पकड़ा गया गैंग
पुलिस ने पुष्पेंद्र को धमकी देने वाले नंबर को ट्रेस किया। यह नंबर राधा चौबे का निकला। पूछताछ में खुलासा हुआ कि उसके साथ उसका बॉयफ्रेंड भूपेंद्र और उसका दोस्त बृजेश भी शामिल थे। तीनों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया और जेल भेज दिया गया।
ब्लैकमेलिंग के पीछे की कहानी
पुलिस की पूछताछ में राधा ने कबूल किया कि वह एमबीए की पढ़ाई के लिए फीस जुटाने के मकसद से इस ब्लैकमेलिंग रैकेट में शामिल हुई थी। आर्थिक तंगी और महत्वाकांक्षा ने उसे अपराध की राह पर धकेल दिया।
लेकिन हैरानी की बात यह रही कि राधा खुद भी धोखाधड़ी की शिकार निकली। उसका बॉयफ्रेंड भूपेंद्र खुद को कुंवारा बताकर उससे रिश्ते में था और शादी का वादा कर रहा था। जांच में पता चला कि वह पहले से शादीशुदा है।
होटल स्टाफ पर भी शक
पुलिस को शक है कि होटल स्टाफ में से कुछ लोग भी इस रैकेट में शामिल हो सकते हैं, क्योंकि बार-बार एक ही कमरा बुक करने की अनुमति आसानी से दी जा रही थी। इस एंगल से भी जांच जारी है।
होटल में छिपे कैमरे ऐसे पहचानें
इस केस ने एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर होटल या चेंजिंग रूम में लोग कैसे अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करें। एक्सपर्ट्स ने इसके लिए कुछ टिप्स बताए हैं—
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लाइट ऑफ करके मोबाइल की फ्लैश से चेक करें: हिडन कैमरा होने पर लाइट रिफ्लेक्ट करती है।
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Wi-Fi नेटवर्क जांचें: अपने डिवाइस पर उपलब्ध Wi-Fi नेटवर्क में किसी संदिग्ध कनेक्शन को देखें।
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अतिरिक्त वायरिंग पर ध्यान दें: कमरे में अतिरिक्त तार या असामान्य वायरिंग होने पर जांच करें।
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डिटेक्टर ऐप का इस्तेमाल करें: जैसे Hidden Spy Camera Detector, Spy c, और Hidden Device Detector Camera जो प्ले स्टोर पर उपलब्ध हैं।