जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
देश ने मंगलवार को अपना नया उपराष्ट्रपति चुन लिया। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के उम्मीदवार सी.पी. राधाकृष्णन को बहुमत से जीत मिली है। उन्होंने विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. के प्रत्याशी सुदर्शन रेड्डी को हराकर यह पद हासिल किया। राधाकृष्णन को कुल 452 वोट मिले, जबकि रेड्डी को 300 वोटों पर संतोष करना पड़ा। 15 वोट अमान्य घोषित किए गए।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दी शुभकामनाएं
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सी.पी. राधाकृष्णन को देश का 15वां उपराष्ट्रपति निर्वाचित होने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि राधाकृष्णन का जीवन सदैव जनकल्याण और समाज सेवा के लिए समर्पित रहा है।
मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि उनके मार्गदर्शन में देश की लोकतांत्रिक परंपराएं और मजबूत होंगी और वे उपराष्ट्रपति पद की गरिमा को और बढ़ाएंगे।
डॉ. यादव ने आगे कहा – “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में राष्ट्र निरंतर प्रगति कर रहा है। अब नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति श्री राधाकृष्णन का मार्गदर्शन भी हमें प्राप्त होगा। मैं मध्यप्रदेश की 9 करोड़ जनता की ओर से उन्हें हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूँ।”
इस चुनाव में कुल 788 सांसदों में से 767 ने मतदान किया। राधाकृष्णन को 452 वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंदी रेड्डी को 300 वोट हासिल हुए। NDA के पास 427 सांसदों का समर्थन था और वाईएसआर कांग्रेस के 11 सांसदों ने भी उनका साथ दिया। इसके बाद भी राधाकृष्णन को 14 अतिरिक्त वोट मिले। माना जा रहा है कि विपक्षी दलों के कुछ सांसदों ने NDA उम्मीदवार के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की।
राधाकृष्णन का राजनीतिक और सामाजिक सफर
सी.पी. राधाकृष्णन का पूरा नाम चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन है। वे 16 साल की उम्र से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े हुए हैं।
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1998 और 1999 में वे कोयम्बटूर से भाजपा सांसद चुने गए।
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2004 से 2007 तक तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष रहे। इस दौरान उन्होंने 19,000 किमी लंबी रथयात्रा भी निकाली।
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2020 से 2022 तक वे भाजपा के केरल प्रभारी रहे।
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उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत का प्रतिनिधित्व किया और कॉयर बोर्ड के चेयरमैन रहते हुए निर्यात को रिकॉर्ड स्तर तक पहुंचाया।
दक्षिण भारत पर भाजपा का फोकस
भाजपा ने इस बार उपराष्ट्रपति का उम्मीदवार दक्षिण भारत से उतारकर एक मजबूत राजनीतिक संदेश दिया है। तमिलनाडु और केरल में 2026 में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी की यह रणनीति अहम मानी जा रही है।
नेताओं की प्रतिक्रियाएं
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राधाकृष्णन को बधाई देते हुए कहा कि उनका जीवन गरीबों और वंचितों के सशक्तिकरण के लिए समर्पित रहा है।
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कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने चुनाव परिणाम को विचारधारा की लड़ाई बताया और उम्मीद जताई कि नए उपराष्ट्रपति संसदीय परंपराओं की गरिमा बनाए रखेंगे।
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विपक्षी उम्मीदवार सुदर्शन रेड्डी ने परिणाम स्वीकार करते हुए राधाकृष्णन को शुभकामनाएं दीं।
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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी उन्हें बधाई दी और सफल कार्यकाल की कामना की।
सी.पी. राधाकृष्णन की जीत न केवल NDA के लिए एक बड़ी राजनीतिक सफलता है, बल्कि दक्षिण भारत में भाजपा की पकड़ मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम भी है। वहीं, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सहित देशभर के नेताओं ने उन्हें नई जिम्मेदारी के लिए शुभकामनाएं दी हैं।