जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
देश की राजनीति में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर राहुल गांधी पर तीखा हमला बोलते हुए दो पोस्टर साझा किए। इन पोस्टर्स ने न केवल सियासी सरगर्मी बढ़ा दी, बल्कि सोशल मीडिया पर भी तूफान ला दिया।
पहले पोस्टर में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल आसिफ मुनीर के चेहरे को जोड़ते हुए दोनों की विचारधारा को समान बताया गया है। इस पर मालवीय ने लिखा – “राहुल गांधी ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर प्रधानमंत्री को बधाई तक नहीं दी। वह बार-बार पूछते हैं कि हमने कितने एयरक्राफ्ट खो दिए, लेकिन कभी यह नहीं पूछते कि हमारी वायुसेना ने कितने पाकिस्तानी ठिकानों को तबाह किया।”
इसके साथ ही दूसरा पोस्टर और भी ज़्यादा विवादित था, जिसमें राहुल गांधी पाकिस्तान की सीमा में PM शहबाज शरीफ की पीठ पर बैठे हुए दिखाए गए हैं और भारतीय सीमा की ओर झांकते हुए पूछ रहे हैं – “हमने कितने एयरक्राफ्ट खोए?” नीचे शहबाज शरीफ जवाब दे रहे हैं – “तेज आवाज़ में पूछो!” इस पोस्टर के ज़रिए राहुल को “आज का मीर जाफर” बताया गया।
अब सवाल उठता है – कौन था मीर जाफर? मीर जाफर मुगल काल का एक जनरल था, जिसे भारत के इतिहास में सबसे बड़ा गद्दार माना जाता है। 1757 की प्लासी की लड़ाई में मीर जाफर ने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी से मिलकर नवाब सिराजुद्दौला के खिलाफ गद्दारी की थी, जिससे अंग्रेजों की भारत में सत्ता स्थापित हो पाई। बाद में मीर जाफर को अंग्रेजों ने इनाम स्वरूप बंगाल का नवाब बना दिया था।
अमित मालवीय द्वारा राहुल को मीर जाफर कहे जाने पर कांग्रेस आगबबूला हो गई। राहुल गांधी लगातार विदेश मंत्री एस. जयशंकर पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर से पहले पाकिस्तान को जानकारी दी, जिससे वायुसेना को नुकसान हुआ।
🔴 राहुल के दो तीखे हमले – 4 दिन में दो बार विदेश मंत्री पर हमला
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19 मई को राहुल ने X पर लिखा – “विदेश मंत्री की चुप्पी निंदनीय है। उन्हें ऐसा करने का अधिकार किसने दिया? इससे हमारी वायुसेना को कितना नुकसान हुआ?”
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17 मई को राहुल ने एक निजी न्यूज़ चैनल का वीडियो शेयर कर जयशंकर पर पाकिस्तान को जानकारी देने का आरोप लगाया था।
वहीं, विदेश मंत्रालय ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा – “विदेश मंत्री ने कहा था कि ऑपरेशन शुरू होने के बाद पाकिस्तान को चेतावनी दी गई थी। इसे गलत तरीके से पेश किया जा रहा है जैसे ऑपरेशन से पहले जानकारी दी गई हो। हम इसका विरोध करते हैं।”