जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
भोपाल शहर की चकाचौंध भरी नाइटलाइफ के पीछे चल रहे एक खौफनाक नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है, जिसमें ड्रग्स, रेव पार्टियों और यौन शोषण जैसे गंभीर अपराध जुड़े हुए हैं। इस रैकेट का सरगना है डीजे यासीन उर्फ ‘मछली’, जिसे पुलिस ने हाल ही में गिरफ्तार किया है। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि यासीन शहर का सबसे सक्रिय पार्टी ऑर्गेनाइज़र था, जो नशे के आदी युवा-युवतियों को टारगेट करता था और फार्म हाउस में रेव पार्टीज का आयोजन करता था।
यासीन की योजना काफी सुनियोजित होती थी। पहले वह पब या लाउंज में पार्टी में शामिल होने वाले युवाओं को बुलाता और फिर सबको एक साथ फार्म हाउस ले जाया जाता था, जो शहर से दूर सुनसान जगहों पर होते थे। वहां लाउड म्यूजिक, नशा और पूरी रात चलने वाला हुड़दंग चलता था। इन पार्टियों में एंट्री सिर्फ पास वालों को मिलती थी, जिनसे 10 से 25 हजार रुपये तक वसूले जाते थे। ड्रग्स अलग से बेचे जाते थे। पुलिस को यासीन के मोबाइल से कई रेव पार्टीज के वीडियो भी मिले हैं, जो इस गिरोह की हकीकत को उजागर करते हैं।
यासीन की गिरफ्तारी के बाद, पुलिस ने शहर के उन सभी पब, क्लब और लाउंज संचालकों को नोटिस भेजे हैं, जहां यासीन की नियमित आवाजाही थी। जांच का दायरा यह पता लगाने तक बढ़ गया है कि क्या पब-क्लब संचालकों की इस ड्रग नेटवर्क में कोई भूमिका थी।
इसके अलावा, यासीन पर एक युवती के साथ रेप का भी आरोप है। युवती से उसकी मुलाकात एक पब में हुई थी, जिसके बाद दोस्ती और फिर शादी का झांसा देकर फाइव स्टार होटल में दुष्कर्म किया गया। यह सिलसिला लंबे समय तक चलता रहा। एमपी नगर और महिला थाने में दर्ज एफआईआर के आधार पर अब उससे अलग-अलग मामलों में पूछताछ की जा रही है।
यासीन को अरेरा हिल्स पुलिस ने एक और मामले में प्रोडक्शन वारंट पर लिया है, जिसमें उसने विधानसभा का फर्जी पास लगाकर पत्रकार के रूप में धोखाधड़ी की थी। वह स्कॉर्पियो कार में फर्जी पास के साथ घूमता था।
ड्रग नेटवर्क में यासीन का साथी अंशुल सिंह उर्फ भूरी भी सामने आया है, जिसे पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। भूरी पर पहले से 20 से अधिक गंभीर अपराध दर्ज हैं, जिनमें हत्या के प्रयास, बलवा, मारपीट और अवैध हथियार रखना शामिल है। भूरी खुद को एक कांग्रेस नेत्री का बेटा बताता है और टीटी नगर का हिस्ट्रीशीटर है।
भूरी की निशानदेही पर पुलिस ने ऐशबाग इलाके से एक और आरोपी तौफीक निजामी को गिरफ्तार किया है, जिसके पास से पिस्टल और एक जिंदा राउंड बरामद किया गया। तौफीक ने ही भूरी को अवैध हथियार उपलब्ध कराए थे।
पूरा मामला अब एक संगठित अपराध के नेटवर्क की तस्वीर पेश कर रहा है, जिसमें नशा, यौन शोषण, अवैध हथियार और रसूखदार ठिकानों का इस्तेमाल शामिल है। पुलिस अब इस पूरे रैकेट के पीछे की कड़ियों को जोड़ने में लगी है, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि आखिर भोपाल की चमकती नाइटलाइफ के पीछे कितना गहरा अंधकार छुपा हुआ था।