भोपाल का ‘मछली परिवार’ विवाद: भाजपा विधायक का भतीजा आरोपी शारिक के समर्थन में NHRC पहुंचा, ‘मिठाई का डिब्बा’ भी साथ ले गया; कांग्रेस बोली– भाजपा नेताओं से गहरे रिश्ते!

You are currently viewing भोपाल का ‘मछली परिवार’ विवाद: भाजपा विधायक का भतीजा आरोपी शारिक के समर्थन में NHRC पहुंचा, ‘मिठाई का डिब्बा’ भी साथ ले गया; कांग्रेस बोली– भाजपा नेताओं से गहरे रिश्ते!

जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

भोपाल में लव जिहाद, ड्रग्स जिहाद और जमीन पर अवैध कब्जों जैसे गंभीर आरोपों में घिरे शारिक उर्फ मछली परिवार का मामला लगातार सुर्खियों में है। अब इस विवाद में भाजपा नेताओं से जुड़े रिश्तों का नया पन्ना खुल गया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा विधायक का भतीजा ही मछली परिवार के आरोपी शारिक को बचाने की सिफारिश करता दिखा है।

NHRC सदस्य के पास पहुंचा भाजपा विधायक का रिश्तेदार

मामला तब गरमा गया जब राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (NHRC) के सदस्य प्रियंक कानूनगो ने सोशल मीडिया पर जानकारी साझा की कि मध्यप्रदेश निवासी जैनेंद्र पाठक उनसे दिल्ली स्थित आवास पर मिलने पहुंचे। आरोप है कि जैनेंद्र ने शारिक मछली को छोड़ने की सिफारिश की और खुद को उसका प्रॉपर्टी बिजनेस पार्टनर बताया। कानूनगो ने बताया कि उन्होंने सिफारिश सुनकर पाठक को फटकार लगाई और बाहर निकाल दिया। साथ ही, वह मिठाई के डिब्बे जो साथ लाए थे, उन्हें पुलिस ने जब्त कर लिया है।

कांग्रेस का दावा – भाजपा नेताओं से गहरे रिश्ते

कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री कमलेश्वर पटेल ने गुरुवार को सोशल मीडिया पर बड़ा खुलासा किया। उन्होंने जैनेंद्र पाठक की कई तस्वीरें साझा कीं, जिनमें वे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा सहित कई दिग्गज नेताओं के साथ नजर आ रहे हैं।

कमलेश्वर पटेल ने लिखा कि जैनेंद्र, सिहावल से भाजपा विधायक विश्वमित्र पाठक का भतीजा है और भाजपा के बड़े नेताओं के बेहद करीब है। उनका कहना है कि भाजपा मंच से मछली परिवार के खिलाफ नैतिकता की बातें करती है, लेकिन उन्हीं के रिश्तेदार आरोपी को बचाने के लिए NHRC तक पहुंच जाते हैं।

गंभीर आरोपों से घिरा है शारिक उर्फ मछली

भोपाल का चर्चित चेहरा शारिक मछली कई आपराधिक मामलों में आरोपी है। उस पर आरोप है कि:

  • हिंदू युवतियों को ड्रग्स देकर उनके साथ बलात्कार किया गया।

  • उनके वीडियो बनाकर ब्लैकमेल किया गया।

  • जबरन धर्मांतरण का दबाव बनाया गया।

  • केवट–मांझी समाज के परंपरागत तालाबों पर अवैध कब्जा किया गया।

कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा नेताओं के रिश्तेदार और करीबियों के नाम बार-बार इस गैंग के साथ सामने आने से संदेह और गहरा होता जा रहा है।

कांग्रेस का सवाल – भाजपा अपराधियों के साथ क्यों?

कमलेश्वर पटेल ने आरोप लगाया कि जैनेंद्र खुद स्वीकार कर रहा है कि वह शारिक मछली का बिजनेस पार्टनर है। ऐसे में क्या भाजपा विधायक और उनके परिवार का भी इन अवैध गतिविधियों में हाथ है? उन्होंने पूछा कि आखिर भाजपा नेताओं की आरोपी के प्रति इतनी हमदर्दी क्यों दिख रही है।

यह पूरा मामला राजनीतिक तकरार का कारण बन गया है। कांग्रेस कह रही है कि एक ओर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव सार्वजनिक मंचों पर अपराधियों पर सख्ती की बातें करते हैं, वहीं दूसरी ओर उनकी पार्टी के नेताओं के करीबी NHRC तक पहुंचकर आरोपी को बचाने की कोशिश करते हैं। अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या भाजपा सरकार सच में ड्रग्स और लव जिहाद से जुड़े माफियाओं पर कार्रवाई करने को लेकर गंभीर है या फिर यह केवल राजनीतिक बयानबाजी है।

Leave a Reply