जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
बांधवगढ़ नेशनल पार्क में 10 हाथियों की मौत का मामला अब और भी ज्यादा तूल पकड़ चुका है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस पर सख्त कदम उठाए हैं। रविवार को उन्होंने मुख्यमंत्री निवास पर एक बैठक की, जिसमें उमरिया से लौटे उच्च स्तरीय दल से हाथियों की मौत के बारे में विस्तार से चर्चा की। इसके बाद उन्होंने बांधवगढ़ के दो सीनियर अधिकारियों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक उच्चस्तरीय टीम ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है, जिसके बाद बांधवगढ़ नेशनल पार्क के निदेशक को फोन बंद करने और छुट्टी के बाद काम पर न लौटने के कारण निलंबित किया गया है। साथ ही, ACF फतेह सिंह निनामा को भी निलंबित किया गया है। उन्होंने बताया कि दोनों को अपने कर्तव्यों में लापरवाही बरतने के कारण निलंबित किया गया है।
दरअसल, बांधवगढ़ नेशनल पार्क में पिछले तीन दिन में 10 हाथियों की मौत के बाद हड़कंप मच गया था, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने शुक्रवार रात एक आपात बैठक बुलाई थी और हाथियों की मौत की जांच करने तथा रिपोर्ट सौंपने के लिए उच्चस्तरीय टीम को घटनास्थल पर भेजा था। जब रविवार शाम को यह टीम भोपाल लौटी और अपनी रिपोर्ट सौंपी, तब सीएम ने अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है। इसके अलावा, 2 नवम्बर को हाथी के कुचलने से 2 लोगों की मृत्यु हुई थी। इस घटना के चलते हुई जनहानि के लिए मुख्यमंत्री ने 8 लाख रुपए की जगह 25 लाख रुपए प्रति व्यक्ति के परिजनों को देने का फैसला लिया है।