इंदौर में बजरंग दल का विशाल शौर्य संगम आज, 50 हजार कार्यकर्ताओं की जुटने की संभावना; सैकड़ों बजरंग दल कार्यकर्ता धारण करेंगे त्रिशूल दीक्षा

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

इंदौर के नेहरू स्टेडियम में आज बजरंग दल का भव्य शौर्य संगम कार्यक्रम आयोजित हो रहा है, जिसमें मालवा प्रांत के 50 हजार से अधिक कार्यकर्ताओं के शामिल होने का दावा किया गया है। इस विशाल आयोजन की तैयारी पिछले तीन महीनों से चल रही थी, जिसके तहत हजारों बैठकें आयोजित की गईं और तीन दिनों से आयोजन स्थल को तैयार किया जा रहा था। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सेवा, सुरक्षा और संस्कार का संदेश देना है। इसके साथ ही विलुप्त हो रहे पारंपरिक खेलों, जैसे कबड्डी और मलखंभ का प्रदर्शन भी किया जाएगा, जिससे भारतीय संस्कृति और परंपराओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया जा सके। इस आयोजन में प्रांत के सभी विभागों के कार्यकर्ताओं के साथ खंड और प्रखंड स्तर के कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में भाग ले रहे हैं

मुख्य वक्ता और विशिष्ट अतिथि होंगे शामिल

आज शाम 5 बजे आयोजित होने वाले मुख्य मंचीय कार्यक्रम में विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के केंद्रीय संगठन महामंत्री मिलिंद परांडे मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहेंगे। उनके साथ प्रज्ञानानंद सरस्वती महाराज और बजरंग दल के राष्ट्रीय संयोजक नीरज दनोरिया भी मौजूद रहेंगे। विश्व हिंदू परिषद मालवा प्रांत के प्रांत मंत्री विनोद कुमार शर्मा ने बताया कि इससे पहले उज्जैन में 35 हजार लोगों का एकत्रीकरण हुआ था, जो बजरंग दल की शक्ति और संगठनात्मक विस्तार को दर्शाता है।

इस शौर्य कुंभ में प्रांत के सभी जिलों के कार्यकर्ता शामिल होंगे और वे पांच अलग-अलग स्थानों से संगठित होकर नेहरू स्टेडियम तक पहुंचेंगे। इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए तीन महीने तक व्यापक स्तर पर तैयारियां की गईं, जिसके तहत प्रांत के सभी जिलों में बैठकें आयोजित की गईं और विभिन्न स्तरों पर योजनाएं बनाई गईं।

पांच स्थानों से शौर्य संचलन, हजारों कार्यकर्ताओं की भागीदारी

बजरंग दल के कार्यकर्ता पांच अलग-अलग स्थानों से शौर्य संचलन के माध्यम से नेहरू स्टेडियम तक पहुंचेंगे। इस दौरान कार्यकर्ता पांच-पांच की कतार में अनुशासित तरीके से आगे बढ़ेंगे। विभिन्न स्थानों से निकलने वाले संचलन की जानकारी इस प्रकार है:

  • इंदौर विभाग का संचलन दोपहर 3:54 बजे चिमनबाग मैदान से निकलेगा, जिसकी लंबाई 4 किमी होगी।

  • शाजापुर विभाग का संचलन शाम 4:10 बजे एमजीएम मेडिकल कॉलेज ग्राउंड से शुरू होगा, जिसकी लंबाई 3 किमी होगी।

  • खरगोन, धार, रतलाम विभाग का संचलन शाम 4:20 बजे होलकर कॉलेज ग्राउंड से निकलेगा, जिसकी लंबाई 3 किमी होगी।

  • उज्जैन एवं मंदसौर विभाग का संचलन शाम 4:00 बजे मालवा मिल चौराहा से निकलेगा, जिसकी लंबाई 3.7 किमी होगी।

  • खंडवा विभाग का संचलन दोपहर 3:50 बजे मोदी का भट्टा से निकलेगा, जिसकी लंबाई 4 किमी होगी।

त्रिशूल दीक्षा: कार्यकर्ताओं को सुरक्षा और धर्म रक्षा की प्रेरणा

कार्यक्रम के एक अहम भाग के रूप में त्रिशूल दीक्षा का आयोजन भी किया जा रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने त्रिशूल दीक्षा ली। यह दीक्षा विभाग के मंत्री यज्ञेश राठी की उपस्थिति में दी जा रही है। त्रिशूल दीक्षा का उद्देश्य कार्यकर्ताओं को आत्मरक्षा और धर्म रक्षा के लिए तैयार करना है।

यज्ञेश राठी ने बताया कि वर्तमान समय में हिंदू समाज को अपनी सुरक्षा के लिए शास्त्र के साथ शस्त्र की भी आवश्यकता है। उन्होंने कहा, “हमारे इतिहास में अहिंसा को परम धर्म माना गया है, लेकिन आज के युग में धर्म और संस्कृति की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने होंगे। इसी विचारधारा के तहत बजरंग दल कार्यकर्ताओं को त्रिशूल दीक्षा दी जा रही है, ताकि वे धर्म रक्षा के संकल्प को सशक्त बना सकें।”

इस आयोजन का एक और आकर्षण भारतीय पारंपरिक खेलों का प्रदर्शन होगा। बजरंग दल के पदाधिकारी यज्ञेश राठी ने बताया कि कार्यक्रम में कबड्डी, मलखंभ और अन्य पारंपरिक खेलों का प्रदर्शन किया जाएगा। इसका उद्देश्य युवाओं को अपनी संस्कृति से जोड़ना और भारतीय खेल परंपराओं को पुनर्जीवित करना है। इस भव्य आयोजन में सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विशेष प्रबंध किए गए हैं। सभी कार्यकर्ताओं और आमंत्रित सदस्यों के लिए प्रवेश पास बनाए गए हैं, जिसके आधार पर ही उन्हें कार्यक्रम स्थल में प्रवेश दिया जाएगा। बजरंग दल के कार्यकर्ता विशेष गणवेश धारण कर इस आयोजन में भाग लेंगे और अपने साथ त्रिशूल भी रखेंगे।

बजरंग दल की शक्ति और संगठनात्मक एकता का प्रदर्शन

बजरंग दल का यह शौर्य संगम संगठन की शक्ति, एकता और अनुशासन का प्रदर्शन करेगा। प्रांत मंत्री विनोद कुमार शर्मा ने बताया कि यह आयोजन केवल एकत्रीकरण का कार्यक्रम नहीं, बल्कि हिंदू संस्कृति और परंपराओं के प्रति समर्पण को दर्शाने का एक माध्यम भी है। उन्होंने कहा, “बजरंग दल का उद्देश्य समाज की सेवा, सुरक्षा और संस्कारों को मजबूत करना है। यह शौर्य संगम केवल शक्ति प्रदर्शन नहीं, बल्कि हमारे संकल्पों को दोहराने का अवसर है।”

संस्कार, सेवा और सुरक्षा का संदेश देने वाला ऐतिहासिक आयोजन

इस कार्यक्रम को बजरंग दल के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जा रहा है। इस आयोजन के माध्यम से युवा पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ने और समाज में सुरक्षा और सेवा के भाव को सशक्त करने का संदेश दिया जाएगा। कार्यक्रम के अंत में मुख्य वक्ता मिलिंद परांडे और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे, जिसमें हिंदू समाज की सुरक्षा, एकता और संस्कृति की रक्षा को लेकर मार्गदर्शन दिया जाएगा।

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