जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
महाकुंभ में एक बड़ी दुर्घटना घटने के बाद पूरे देश में सन्नाटा छा गया। भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई और 60 से ज्यादा लोग घायल हो गए। यह घटना न सिर्फ प्रयागराज, बल्कि पूरे देश को गहरे शोक में डूबोने वाली रही। लेकिन, इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने जो बयान दिया, उसने विवादों को और भी हवा दे दी।
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा, “कोई मरा नहीं है, सबको मोक्ष मिला है।” उनका यह बयान सोशल मीडिया पर छा गया और लोगों ने तीखी प्रतिक्रियाएं दीं। वहीं, उनका कहना था कि यह महाप्रयाग है, और गंगा के किनारे किसी की मृत्यु हो तो उसे मोक्ष मिलता है। ऐसे में इस हादसे को लेकर शास्त्री का यह बयान बड़ा और चौंकाने वाला था।
वहीं, बागेश्वर बाबा ने यह भी आरोप लगाया कि यह छोटी-मोटी घटनाएं कराके हिंदुत्व की छवि को धूमिल करने की एक सुनियोजित और प्रायोजित साजिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि यह घटना दुखद, हृदय विदारक और अकल्पनीय है। भीड़भाड़ भगदड़ का एक कारण था, जिसमें 30 लोग मारे गए और 60 से अधिक घायल हो गए, लेकिन उन्होंने दावा किया कि हिंदुत्व की छवि को बिगाड़ने के उद्देश्य से एक बड़ी साजिश थी।
अब इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में भी गर्मी बढ़ गई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ में मारे गए लोगों के परिवारों को 25 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की, तो वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी 4 लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया।
इस घटना को लेकर राजनीति भी तेज हो गई है, और लोग लगातार अपने-अपने दृष्टिकोण से इसे देख रहे हैं। कुछ लोग इसे एक दुखद दुर्घटना मानते हुए सरकार से मुआवजा की मांग कर रहे हैं, जबकि कुछ इसे हिंदुत्व के खिलाफ साजिश बताते हुए इसकी आलोचना कर रहे हैं।