जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश में बोर्ड परीक्षा का मौसम आ चुका है, और माध्यमिक शिक्षा मंडल से जुड़े सभी शिक्षकों की अगले तीन महीने तक छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। यह आदेश राज्य शासन ने एसेंशियल सर्विस एंड मेंटेनेंस एक्ट (एस्मा) लागू करते हुए जारी किया है। 15 फरवरी से लेकर 15 मई 2024 तक, इस अवधि में परीक्षा ड्यूटी में लगे सभी कर्मचारी, अधिकारी और अन्य स्टाफ छुट्टी नहीं ले पाएंगे। बोर्ड परीक्षाओं को अति आवश्यक सेवा घोषित किया गया है, ताकि किसी भी प्रकार की कोई अड़चन न आए।
बता दें, मध्य प्रदेश में 24 फरवरी से बोर्ड परीक्षाएं शुरू हो रही हैं, और इन परीक्षाओं के लिए शिक्षकों को विशेष निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही राज्य सरकार ने कड़ी सुरक्षा और नए दिशा-निर्देशों के तहत परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया है।
पिछले दो सालों में बोर्ड परीक्षा में पेपर लीक की घटनाएं सामने आई थीं, लेकिन इस बार माध्यमिक शिक्षा मंडल ने सुरक्षा को और मजबूत किया है। पेपर लीक की घटनाओं को रोकने के लिए इस बार केंद्राध्यक्ष, सहायक केंद्राध्यक्ष और पर्यवेक्षकों के मोबाइल फोन परीक्षा केंद्र पर कड़ी पाबंदी लगाई गई है। दो साल पहले पुलिस थाना से परीक्षा केंद्र तक प्रश्न पत्र लीक हुआ था, जब मोबाइल से उसके फोटोग्राफ्स सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे, और इसके बाद यह कदम उठाए गए हैं।
इस आदेश से मध्य प्रदेश के शिक्षक और कर्मचारी जिनके पास पहले से छुट्टी के आवेदन थे, अब उन्हें नहीं मंजूर किया जाएगा। और साथ ही, शिक्षा विभाग में तबादलों पर भी रोक लगा दी गई है, और केवल गंभीर परिस्थितियों में ही मंत्री के अनुमोदन से तबादला संभव होगा।
क्या है बोर्ड परीक्षा की तैयारियां?
5 फरवरी को, राज्य के सभी संभागों के कमिश्नर और कलेक्टर के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में बोर्ड परीक्षा की तैयारियों पर चर्चा की जाएगी। इस बैठक में प्रशासन को परीक्षा के संचालन के लिए और कड़ी सुरक्षा प्रबंध पर निर्देश दिए जाएंगे।
इस बार, एमपी बोर्ड की परीक्षा में पूरी तरह से सख्ती और सुरक्षा की जाएगी। क्या इस बार परीक्षाओं का आयोजन बिना किसी विघ्न के होगा? यह सवाल हर छात्र, शिक्षक और अभिभावक के मन में है।