जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
दुनिया भर में हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। अमेरिका जैसे विकसित देशों में तो हार्ट अटैक से होने वाली मौतों का आंकड़ा बेहद गंभीर है। वहीं कोविड-19 महामारी के बाद भारत सहित कई देशों में भी दिल का दौरा पड़ने के मामले अचानक बढ़े हैं। डॉक्टर अब तक इसके पीछे अनहेल्दी लाइफस्टाइल, मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल को मुख्य कारण मानते रहे हैं।
लेकिन हाल ही में आई एक नई रिसर्च ने हार्ट अटैक से जुड़ा एक चौंकाने वाला पहलू सामने रखा है। शोधकर्ताओं का दावा है कि शरीर में छिपे बैक्टीरिया भी हार्ट अटैक की बड़ी वजह हो सकते हैं। यह रिसर्च ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, फिनलैंड की ताम्पेरे और ओउलू यूनिवर्सिटी और फिनिश इंस्टिट्यूट फॉर हेल्थ एंड वेलफेयर ने मिलकर की है और इसे जर्नल ऑफ द अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन में प्रकाशित किया गया है।
हार्ट अटैक और कोरोनरी आर्टरी का संबंध
हमारा दिल तभी सही से काम करता है जब उसे पर्याप्त खून और ऑक्सीजन मिले। इसके लिए कोरोनरी आर्टरी जिम्मेदार होती है, जो दिल तक खून और पोषण पहुंचाती है। लेकिन जब इन नसों में प्लाक (फैट, कोलेस्ट्रॉल और अन्य तत्वों का जमाव) बन जाता है तो रक्त प्रवाह रुकने लगता है। यही स्थिति आगे चलकर हार्ट अटैक का कारण बनती है।
रिसर्च में नया खुलासा – बैक्टीरिया भी बन सकते हैं वजह
इस रिसर्च में 121 ऐसे लोगों को शामिल किया गया जिनकी अचानक हार्ट अटैक से मौत हुई थी और 96 ऐसे लोग भी शामिल थे जिनकी हाल ही में हार्ट सर्जरी हुई थी।
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जांच के दौरान पाया गया कि प्लाक में बैक्टीरिया की परत (biofilm) मौजूद थी।
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इनमें से कई बैक्टीरिया सोई हुई (dormant) अवस्था में थे।
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जब ये किसी वजह से सक्रिय होते हैं तो तेजी से बढ़ते हैं और नसों में सूजन पैदा कर सकते हैं।
नतीजतन, आर्टरी में जमा प्लाक टूट सकता है और खून में थक्का बनने का खतरा होता है, जिससे अचानक हार्ट अटैक हो सकता है।
शरीर में कहां छुपे रहते हैं ये बैक्टीरिया?
DNA टेस्टिंग से पता चला कि ये बैक्टीरिया शरीर में कई जगह मौजूद रह सकते हैं:
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आंत (Gut microbiome)
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मुंह (Oral bacteria)
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फेफड़े (Lungs)
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त्वचा (Skin)
यानी यह जरूरी नहीं कि बैक्टीरिया केवल इंफेक्शन पैदा करें, बल्कि यह लंबे समय तक शरीर में चुपचाप रहकर धीरे-धीरे दिल की सेहत पर असर डाल सकते हैं।
भविष्य में वैक्सीन से रुक सकता है खतरा
रिसर्चर्स का कहना है कि अगर बैक्टीरिया का रोल हार्ट अटैक में पुख्ता तौर पर साबित हो जाता है, तो भविष्य में हार्ट अटैक रोकने के लिए वैक्सीन विकसित करने की संभावना भी बढ़ जाएगी। यह कार्डियोलॉजी की दुनिया में एक बड़ी क्रांति साबित हो सकती है।
हार्ट को हेल्दी रखने के लिए जरूरी टिप्स
वैज्ञानिक कारणों से परे, दिल की सेहत हमारे रोज़मर्रा के जीवन पर भी निर्भर करती है। हार्ट अटैक का खतरा कम करने के लिए इन बातों का ध्यान रखें:
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हेल्दी डाइट लें – ज्यादा फैट और कोलेस्ट्रॉल वाले फूड से बचें। ग्रीन वेजिटेबल्स, फल और फाइबर-युक्त डाइट शामिल करें।
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रेगुलर एक्सरसाइज करें – रोजाना 30 मिनट वॉक या योग करें।
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स्मोकिंग और अल्कोहल से दूरी रखें – ये दिल की नसों को कमजोर करते हैं।
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स्ट्रेस मैनेज करें – ध्यान (Meditation) और पर्याप्त नींद से स्ट्रेस कम करें।
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हेल्थ चेकअप कराते रहें – ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर की समय-समय पर जांच कराएं।
नई रिसर्च ने यह साफ कर दिया है कि हार्ट अटैक केवल लाइफस्टाइल या जेनेटिक फैक्टर्स पर निर्भर नहीं करता, बल्कि शरीर में छिपे बैक्टीरिया भी इसे ट्रिगर कर सकते हैं। इसका मतलब है कि हमें न केवल अपने खानपान और आदतों पर ध्यान देना होगा, बल्कि शरीर में छिपे माइक्रोब्स को लेकर भी सतर्क रहना होगा।