पहलगाम आतंकी हमले में एक और बड़ा खुलासा, पूर्व पाकिस्तानी SSG कमांडर हाशिम मूसा निकला हमले का मास्टरमाइंड; राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री से की संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

पहलगाम आतंकी हमले में मंगलवार को बड़ा खुलासा हुआ है। इंटेलिजेंस एजेंसियों के अनुसार इस हमले का मास्टरमाइंड पाकिस्तान का पूर्व SSG कमांडर हाशिम मूसा है, जो इस समय आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक, मूसा को जम्मू-कश्मीर भेजा गया था ताकि सुरक्षा बलों और गैर-कश्मीरियों पर हमले किए जा सकें। इससे पहले मूसा ने अक्टूबर 2024 में गांदरबल के गगनगीर में हमला कराया था, जिसमें कई मजदूरों और एक डॉक्टर की जान चली गई थी। बारामूला हमले की साजिश भी मूसा ने ही रची थी, जिसमें 2 आर्मी जवान और 2 पोर्टर मारे गए थे।

22 अप्रैल को पहलगाम में हुए इस आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान लगातार सीजफायर का उल्लंघन कर रहा है। मंगलवार को लगातार पांचवें दिन पाकिस्तानी सेना ने एलओसी पर फायरिंग की। इस हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। वहीं, डोडा के भद्रवाह में पर्यटकों की भीड़ ने यह संदेश दिया कि कश्मीर हमारा है और आर्मी के रहते हम पूरी तरह से सुरक्षित हैं। पर्यटकों ने तिरंगा लहराते हुए मस्ती में दिन बिताया, हालांकि राज्य सरकार ने एहतियातन 80 में से 48 पर्यटन स्थलों को बंद कर दिया है।

इस बीच, लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है। राहुल गांधी ने कहा कि इस हमले के बाद देश को एकजुट संदेश देना चाहिए कि भारत आतंकवाद के खिलाफ एकसाथ खड़ा है।

बता दें, हमले से जुड़े दो नए वीडियो भी सामने आए हैं। पहले वीडियो में एक पर्यटक जिप लाइनिंग कर रहा था, तभी फायरिंग शुरू हो गई और लोग जान बचाकर भागते नजर आए। दूसरे वीडियो में आतंकी सीधे पर्यटकों पर फायरिंग करते हुए दिखाई दिए, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी। ANI की रिपोर्ट के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के विभिन्न इलाकों में काउंटर टेररिज्म ऑपरेशन जारी हैं, जिनकी विस्तृत जानकारी अभी तक सुरक्षा एजेंसियों ने साझा नहीं की है। वहीं, हमले के समय वायरल हुए एक वीडियो में जिपलाइन संचालित करने वाले कश्मीरी युवक मुजम्मिल की पहचान हुई है, जिससे अब एनआईए पूछताछ कर रही है।

इस हमले के बाद कश्मीर के छात्रों में भी डर का माहौल पैदा हुआ था। जम्मू-कश्मीर स्टूडेंट्स एसोसिएशन के संयोजक नासिर खुहामी ने बताया कि गृह मंत्री अमित शाह व्यक्तिगत तौर पर कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा की निगरानी कर रहे हैं। सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और पुलिस प्रमुखों को निर्देश दिए गए हैं कि कश्मीरी छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। वहीं, गृह मंत्रालय के निर्देश पर भारत सरकार ने 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों को बैन कर दिया है। इनमें डॉन न्यूज, समा टीवी, ARY न्यूज और जियो न्यूज जैसे बड़े चैनल शामिल हैं, जिन पर भारत और भारतीय सेना के खिलाफ भड़काऊ सामग्री फैलाने का आरोप है। जांच एजेंसियों ने यह भी पाया है कि आतंकी साजिश में ड्रोन और सैटेलाइट फोन का इस्तेमाल हुआ। पांच दिन पहले बैसरन एरिया में एक चीनी ड्रोन उड़ता हुआ देखा गया था। साथ ही घोड़ेवालों से भी हमले की रेकी करवाई गई थी।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, देश के 5 राज्यों में पाकिस्तानी और बांग्लादेशी नागरिकों की स्थिति पर भी बड़ी जानकारी सामने आई है। मध्य प्रदेश में 8486 पाकिस्तानी लॉन्ग टर्म वीजा पर हैं, जबकि दिल्ली में 5 हजार पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान की गई है। गुजरात में 1700 से अधिक बांग्लादेशी हिरासत में हैं। कर्नाटक में 92 पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का निर्देश दिया गया है, वहीं उत्तर प्रदेश सरकार ने सभी पाकिस्तानी और बांग्लादेशी नागरिकों को निष्कासित कर दिया है।

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