जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश के लिए यह सप्ताह खुशखबरी और गौरव से भरा रहा है। केंद्र सरकार ने 18 अप्रैल को 20 सीनियर IAS अधिकारियों की नई पदस्थापनाएं और फेरबदल किए, जिनमें से 5 अधिकारी मध्यप्रदेश कैडर से हैं। इसके साथ ही अब केंद्र सरकार में एमपी कैडर के कुल 10 IAS अधिकारी सचिव स्तर की जिम्मेदारियां संभाल रहे हैं — जो कि इतिहास में पहली बार हुआ है।
इन पदस्थापनों से दो बड़े लाभ सामने आ रहे हैं— पहला, केंद्र की योजनाओं के क्रियान्वयन में एमपी को बढ़त मिलेगी, क्योंकि सचिव स्तर के अधिकारी राज्य की ज़मीनी हकीकत से परिचित हैं। दूसरा, जब ये अधिकारी राज्य में लौटेंगे तो उनके पास केंद्र सरकार के अनुभवों की पूंजी होगी, जिससे नीतियों और शासन प्रणाली में सुधार लाया जा सकेगा।
मनोज गोविल, जो पहले वित्त मंत्रालय में व्यय विभाग के सचिव थे, अब कैबिनेट सचिवालय में सचिव बनकर विभिन्न मंत्रालयों के बीच समन्वय स्थापित करने का अहम कार्य देखेंगे। वहीं, आशीष श्रीवास्तव को गृह मंत्रालय के अधीन इंटर स्टेट काउंसिल का सचिव बनाया गया है, जो राज्यों के बीच विवादों को सुलझाने और सहयोग बढ़ाने का कार्य करता है।
विवेक अग्रवाल जैसे अनुभवी अफसर को अब संस्कृति मंत्रालय की कमान सौंपी गई है। वे पहले वित्त मंत्रालय में खुफिया इकाई का नेतृत्व कर चुके हैं और मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव रह चुके हैं। इसी तरह, हरिरंजन राव, जो पीएमओ में टेक्नोलॉजी और गवर्नेंस देख रहे थे, अब देश के खेल मंत्रालय की कमान संभालेंगे। राव ने मध्यप्रदेश में ई-गवर्नेंस, पर्यटन और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में अहम योगदान दिया है।
इसके अलावा, एमपी की अलका उपाध्याय, दीप्ति गौड़ मुखर्जी, नीलम शमी राव, पंकज अग्रवाल और वीएल कांता राव जैसे अफसर पहले से ही केंद्रीय मंत्रालयों जैसे विद्युत, कॉर्पोरेट, अल्पसंख्यक कल्याण, खनन और पशुपालन जैसे महकमों में सचिव और अतिरिक्त सचिव के रूप में सेवाएं दे रहे हैं।
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ भी एमपी के अफसरों की मजबूत टीम कार्य कर रही है। उनके निज सचिव प्रवीण सिंह और अतिरिक्त सचिव फैज अहमद किदवई दोनों ही राज्य में अहम जिम्मेदारियां निभा चुके हैं। इसी तरह, अन्य मंत्रीगणों के साथ पंकज जैन, तेजस्वी नायक, बी विजय दत्ता, बक्की कार्तिकेयन और हर्ष दीक्षित जैसे अफसर विशेष सहायक के रूप में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।