थोड़ा थूक गिरा… और पुलिसवाला बन गया हैवान! दमोह में नशे में धुत SI ने महिला और बच्चों के सामने परिवार को पीटा, जनता ने लगाए “पुलिस मुर्दाबाद” के नारे; SP ने किया लाइन अटैच

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

मध्यप्रदेश के दमोह जिले से मंगलवार रात एक ऐसा शर्मनाक मामला सामने आया, जिसने पुलिस की छवि को शर्मसार कर दिया। कोतवाली थाने में पदस्थ सब-इंस्पेक्टर योगेंद्र गायकवाड़ ने शराब के नशे में धुत होकर एक निर्दोष परिवार के साथ सरेआम मारपीट की। घटना रात करीब 10:30 बजे की है, जब टीकमगढ़ की एक फैमिली अपनी कार से जबलपुर से लौट रही थी और रास्ते में दमोह के अस्पताल चौराहे के पास कुछ देर के लिए रुकी।

मामला तब शुरू हुआ जब कार चला रहे युवक ने रास्ते में थूक दिया और उस थूक की कुछ छींटें सामने से गुजर रहे एसआई गायकवाड़ पर पड़ गईं। बस इसी छोटी सी बात पर बौखलाए एसआई ने पहले जिला जेल के सामने कार चालक को पकड़कर बुरी तरह पीटा। युवक जैसे-तैसे जान बचाकर कार लेकर भागा, लेकिन एसआई ने उसका पीछा किया और अस्पताल चौराहे के पास उसे फिर से रोक लिया। इस बार उसने सारी हदें पार करते हुए कार में सवार महिला और बच्चों के सामने परिवार के सभी लोगों के बाल खींचे, चांटे मारे और भद्दी-भद्दी गालियां दीं।

घटना के वक्त कार में महिला और चार छोटे बच्चे भी मौजूद थे, जो डर के मारे रोते रहे। महिला हाथ जोड़कर बार-बार विनती करती रही, लेकिन गायकवाड़ का पागलपन नहीं थमा। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, वह पूरी तरह नशे में था और उसकी हरकतें बेहद आक्रामक थीं।

पुलिस की इस गुंडागर्दी को देखकर मौके पर मौजूद लोगों में आक्रोश फूट पड़ा। “दमोह पुलिस मुर्दाबाद” के नारे गूंजने लगे और कई लोगों ने पीड़ित परिवार की मदद की। जैसे ही मामला बढ़ा, कोतवाली थाना प्रभारी मनीष कुमार मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभालने की कोशिश की।

घटना की जानकारी मिलते ही दमोह एसपी श्रुत कीर्ति सोमवंशी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए एसआई योगेंद्र गायकवाड़ को लाइन अटैच कर दिया, लेकिन हैरानी की बात यह रही कि उसका मेडिकल परीक्षण नहीं कराया गया। यानी, शराब पीने के स्पष्ट संदेह के बावजूद कोई कानूनी पुष्टि नहीं की गई। इससे कार्रवाई की गंभीरता पर भी सवाल उठ रहे हैं। इस घटना के बाद सबसे दुखद पहलू यह रहा कि पीड़ित परिवार पुलिस से इतना डर गया कि उसने कोई लिखित शिकायत तक दर्ज नहीं कराई और चुपचाप वहां से चला गया।

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