जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश की राजनीति में 31 मई का दिन ऐतिहासिक होने वाला है, क्योंकि इसी दिन सूबे के दो प्रमुख राजनीतिक दल — भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस — शक्ति प्रदर्शन के इरादे से मैदान में उतरने वाले हैं। एक तरफ राजधानी भोपाल के जंबूरी मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो लाख महिलाओं के महासम्मेलन को संबोधित करेंगे, तो दूसरी ओर जबलपुर में कांग्रेस पार्टी जय हिंद तिरंगा रैली निकालकर सरकार को घेरने की कोशिश करेगी।
भोपाल के जंबूरी मैदान पर आयोजित होने वाले इस भव्य महिला सम्मेलन की तैयारियों को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने खुद मोर्चा संभाल कर अंतिम रूप दिया। यह कार्यक्रम देवी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जन्म जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में होने वाले इस आयोजन में प्रदेशभर की स्व-सहायता समूहों की “लखपति दीदियों” को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है।
मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि यह केवल एक सांस्कृतिक या धार्मिक आयोजन नहीं बल्कि महिलाओं के आर्थिक और सामाजिक सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ा कदम है। सरकार का लक्ष्य है कि स्व-सहायता समूहों को केवल लघु इकाइयों तक सीमित न रखा जाए, बल्कि उन्हें बड़े उद्योगों में परिवर्तित किया जाए। इसके साथ ही महिला उद्यमशीलता, कृषि आधारित उद्योगों में भागीदारी, दुग्ध उत्पादन, मछली पालन और गोशालाओं के संचालन जैसे क्षेत्रों में भी बहनों को नए अवसर दिए जाएंगे।
कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण करने पहुंचे सीएम के साथ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, मंत्री विश्वास सारंग, सांसद आलोक शर्मा, विधायक रामेश्वर शर्मा और आला अधिकारी मौजूद रहे। सीएम ने कहा, “गोविंदपुरा विधानसभा का यह स्थल एक बार फिर इतिहास रचेगा। भोपाल बार-बार रिकॉर्ड बनाता है, और इस बार भी हम महिला शक्ति के साथ एक नया कीर्तिमान रचेंगे।”
उधर, जबलपुर में कांग्रेस पार्टी 31 मई को जय हिंद तिरंगा रैली निकालने जा रही है। यह रैली उस “ऑपरेशन सिंदूर” के सम्मान में निकाली जाएगी जिसमें सेना के जवानों ने देश के लिए बलिदान दिया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने बताया कि यह रैली सेना के सम्मान और देशभक्ति की भावना के साथ-साथ भाजपा सरकार की नीतियों के विरोध में एक सशक्त संदेश देने के लिए निकाली जा रही है। रैली में कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जैसे वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। कांग्रेस इस रैली के जरिए आम जनता के बीच एक भावनात्मक और राष्ट्रीयता से जुड़ा संदेश देने की कोशिश करेगी।