वडोदरा-आणंद को जोड़ने वाला 45 साल पुराना पुल ढहा, हादसे में एक ही परिवार के तीन सदस्य भी मरे; अब तक 15 शव निकाले जा चुके!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

गुजरात में वडोदरा और आणंद को जोड़ने वाला महिसागर नदी पर बना गंभीरा पुल बुधवार सुबह उस वक्त टूट गया, जब उस पर से ट्रैफिक गुजर रहा था। देखते ही देखते दो ट्रक, दो कार और एक रिक्शा नदी में जा गिरे, जबकि एक टैंकर पुल के टूटे सिरे पर ही अटक गया। इस भीषण हादसे में अब तक 15 शव निकाले जा चुके हैं, जिनमें एक ही परिवार के तीन सदस्य भी शामिल हैं। वहीं अभी भी 4 लोग लापता हैं, जिनकी तलाश NDRF की टीमें कर रही हैं।

यह पुल करीब 45 साल पुराना था, जिसका निर्माण 1981-82 में उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम द्वारा किया गया था। हैरानी की बात यह है कि 2015 में इस पुल की बेयरिंग बदलनी पड़ी थी, तब इसका निरीक्षण कर इसे जर्जर घोषित किया गया था। जांच में सामने आया था कि पुल निर्माण में अच्छी गुणवत्ता की सामग्री का उपयोग नहीं हुआ, जिसके चलते 33 साल में ही इसकी हालत बिगड़ गई। बावजूद इसके, इसके बाद भी पुल की संपूर्ण मरम्मत नहीं करवाई गई।

हादसे के बाद इलाके में हाहाकार मच गया। घटनास्थल पर पहुंचे स्थानीय लोगों ने ही सुबह से खुद बचाव अभियान चलाया। एक युवक ने बताया कि अब तक जो 15 शव निकाले गए हैं, उनमें एक मासूम बच्चा भी शामिल है, जबकि एक और बच्चा अब तक लापता है। उन्होंने प्रशासन पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा, “हम सुबह से रेस्क्यू कर रहे हैं, लेकिन हमें प्रशासन या किसी अधिकारी से कोई मदद नहीं मिली। इस पुल की मरम्मत के लिए कई बार प्रशासन को सूचित किया गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। आज उसी लापरवाही ने कई परिवार उजाड़ दिए।”

इस पुल के टूटने से अब दक्षिण गुजरात के भरूच, सूरत, नवसारी, तापी और वलसाड जैसे शहरों का सौराष्ट्र से सीधा संपर्क कट गया है। लोगों को अब अहमदाबाद होकर लंबा रास्ता तय करना पड़ेगा। इस बीच NDRF और SDRF की टीमें राहत व बचाव कार्य में जुटी हैं, जबकि भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टर भी स्टैंडबाय पर रखे गए हैं।

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