Haryana Lok Sabha Elections 2024: जननायक जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और टोहाना के पूर्व विधायक Nishan Singh आज आखिरकार तीस साल बाद Congress पार्टी में लौट आए। सिंह ने हुडा की मौजूदगी में Congress से हाथ मिलाया. इसके अलावा आदमपुर से JJP न्यूज प्रत्याशी रहे रमेश गोदारा भी कांग्रेस में शामिल हो गए.
Nishan Singh के Congress में शामिल होने के बाद टोहाना में हुड्डा गुट को काफी मजबूती मिलेगी. टोहाना गुट में अब तक पूर्व मंत्री परमवीर और हरपाल सिंह बुडानिया ही Congress की राजनीति करते रहे हैं, लेकिन अब Nishan Singh के आने से इन दोनों को भी टिकट के लिए कड़ी टक्कर का सामना करना पड़ेगा.
Congress और BJP दोनों की नजरें बबली पर हैं.
वहीं, Nishan Singh के Congress में शामिल होने के बाद अब सबकी निगाहें पूर्व मंत्री और मौजूदा विधायक देवेंद्र सिंह बबली पर हैं. सूत्रों की मानें तो Congress और BJP दोनों की नजर बबली पर है और Congress का SRK ग्रुप भी देवेन्द्र बबली से एक दौर की बातचीत कर चुका है. फतेहाबाद विधायक बलवान सिंह दौलतपुरिया इसके सूत्रधार बने हुए हैं।
सुभाष बराला और देवेन्द्र बबली में छत्तीस का आंकड़ा
अपनी कोशिशों के चलते देवेंद्र बबली Congress की ओर रुख कर सकते हैं, हालांकि यह देखना दिलचस्प होगा कि हाल ही में शुरू हुई विजिलेंस जांच का असर बबली की राजनीतिक कोशिशों पर पड़ेगा या नहीं. भारतीय जनता पार्टी (BJP) भी अपने दिग्गज नेता और राज्यसभा सांसद सुभाष बराला से बबली की प्रतिद्वंद्विता के बावजूद देवेंद्र बबली को अपने पाले में लाने की कोशिश कर रही है.
पूर्व CM Manohar Lal से देवेन्द्र के मधुर संबंध
पूर्व मुख्यमंत्री Manohar Lal और देवेन्द्र बबली के बीच मधुर संबंध किसी से छुपे नहीं हैं। JJP हाईकमान से मतभेद के बाद निशान सिंह ने रातों-रात JJP छोड़ दी थी. पूर्व विधायक Nishan Singh जननायक जनता पार्टी के संस्थापक सदस्यों में से एक थे. उनकी वरिष्ठता के चलते उन्हें JJP के प्रदेश अध्यक्ष का पद दिया गया.
करीब साढ़े चार साल तक जब तक BJP-JJP गठबंधन सत्ता में रहा, तब तक Nishan Singh को लेकर कोई विवाद सामने नहीं आया. लेकिन गठबंधन टूटने के कुछ समय बाद Nishan Singh और चौटाला परिवार अलग-अलग राह पर चलने लगे. बताया गया है कि पिछले कुछ समय से JJP हाईकमान और निशान सिंह के बीच मतभेद शुरू हो गए थे.
इसके चलते Nishan Singh ने रातों-रात पार्टी प्रदेश अध्यक्ष और पार्टी से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने कहा कि पार्टी के कुछ फैसलों में उनकी राय नहीं मानी जाती. हालांकि, पार्टी छोड़ने के असली कारणों पर Dushyant और Nishan Singh दोनों ने खुलकर कुछ नहीं कहा.
टोहाना में भी Congress टिकट को लेकर रस्साकशी होगी
फतेहाबाद की तरह अब टोहाना में भी Congress टिकट को लेकर रस्साकशी होगी. पूरे फतेहाबाद जिले में Congress टिकट को लेकर सबसे ज्यादा मारामारी सिर्फ फतेहाबाद विधानसभा में ही देखने को मिली. रतिया में जरनैल सिंह और टोहाना में परमवीर Congress के सर्वमान्य उम्मीदवार माने जाते रहे हैं और इनकी टिकटों पर कभी कोई संकट नहीं आया।
लेकिन अब हालात बदलना तय है. Nishan Singh सत्ताधारी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष का पद छोड़कर भूपिंदर सिंह हुड्डा के जरिए Congress में शामिल हो गए. वहीं, परमवीर सिंह भी Congress के हुड्डा गुट से हैं. ऐसे में टोहाना में Congress टिकट को लेकर रस्साकशी की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.