1966 में Haryana के अस्तित्व में आने के बाद से अब तक हुए 14 लोकसभा चुनावों में से एक को छोड़कर सभी चुनावों में राज्य के सांसदों ने केंद्र में सरकार बनाने में भूमिका निभाई है। सिर्फ वर्ष 1998 में केंद्र में सरकार बनाने में राज्य की कोई खास भूमिका नहीं थी.
इन 14 चुनावों में राज्य के मतदाताओं ने आधे से ज्यादा बार एक ही पार्टी या गठबंधन पर भरोसा दिखाया. चार चुनावों में अलग-अलग पार्टियों ने पूरी तरह से क्लीन स्वीप किया है। हालांकि मतदाताओं ने ज्यादातर बार Congress पर ही भरोसा जताया है. पिछले चुनाव में BJP ने राज्य की सभी दस सीटों पर जीत हासिल की थी.
अब देखना यह है कि इस चुनाव में जनता किसका पक्ष लेगी। राज्य में लोकसभा चुनाव के दौरान क्लीन स्वीप का सिलसिला साल 1977 में शुरू हुआ था. साल 1977 में Congress विरोधी लहर के दौरान भारतीय लोकदल ने क्लीन स्वीप किया था.
इस दौरान Congress को सभी 10 सीटों पर करारी हार का सामना करना पड़ा. वर्ष 1991, 2004 और 2009 में Congress से नौ-नौ सांसद चुने गये। वर्ष 1967 और 1971 में Congress ने सात-सात सीटें जीती थीं।