Karnal Assembly by-election: मुख्यमंत्री Nayab Singh Saini करनाल सीट से उपचुनाव लड़ेंगे, यहाँ राजनीतिक समीकरण क्या है, जानें

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Haryana Karnal Assembly By-Election: हरियाणा में हाल ही में बड़ा राजनीतिक उलटफेर हुआ था. Manohar Lal Khattar ने अचानक मुख्यमंत्री पद और विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. उनकी जगह कुरूक्षेत्र से सांसद और प्रदेश BJP अध्यक्ष Nayab Singh Saini को CM चुना गया. ऐसे में मुख्यमंत्री बने रहने के लिए Nayab Singh Saini को 6 महीने के भीतर विधानसभा का सदस्य बनना अनिवार्य है. इसी को लेकर अब पार्टी उन्हें करनाल विधानसभा से उपचुनाव लड़वा रही है.

इस सीट से Manohar Lal Khattar विधायक थे. आखिर Nayab Saini को करनाल सीट से ही उपचुनाव क्यों लड़वा रही है BJP? इसे लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं. करनाल सीट पर उपचुनाव की तारीख का अभी ऐलान नहीं हुआ है. लेकिन, माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के दौरान ही करनाल सीट पर उपचुनाव होगा. आपको बता दें कि Haryana में लोकसभा चुनाव के 7वें चरण में 10 संसदीय सीटों के लिए 25 मई को मतदान होगा.

क्या Saini को करनाल से चुनाव लड़ने से कोई फायदा मिलेगा?

करनाल विधानसभा सीट की बात करें तो यहां पंजाबी समुदाय के वोटर ज्यादा हैं. पूर्व मुख्यमंत्री Manohar Lal Khattar पंजाबी समुदाय से आते हैं। इसका उन्हें फायदा भी मिला. वह लगातार दो बार करनाल सीट से जीते थे. ऐसे में Nayab Singh Saini को Khattar का काफी करीबी माना जाता है, इसका फायदा भी उन्हें चुनाव में मिल सकता है. Haryana में Nayab Singh Saini की पहचान पिछड़े वर्ग (OBC) के बड़े नेता के रूप में होने से उन्हें चुनाव में फायदा मिल सकता है. करनाल सीट पहले Congress का गढ़ मानी जाती थी, लेकिन 2014 में BJP ने Congress के गढ़ में सेंध लगा दी थी.

इससे पहले भी दो मुख्यमंत्री उपचुनाव लड़ चुके हैं.

आपको बता दें कि Nayab Singh Saini वर्तमान में कुरूक्षेत्र लोकसभा सीट से सांसद भी हैं. वह राज्य के तीसरे मुख्यमंत्री बन गये हैं जो विधानसभा के सदस्य नहीं हैं. उनसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय बंसी लाल और पूर्व मुख्यमंत्री Bhupendra Singh Hooda भी सांसद पद पर रहते हुए मुख्यमंत्री बन चुके हैं। इन दोनों ने उपचुनाव में बड़ी जीत हासिल की थी. बंसीलाल ने एकतरफा चुनाव जीता था, जिसमें उन्हें 81298 वोट मिले थे और उनके प्रतिद्वंद्वी निर्दलीय उम्मीदवार को सिर्फ 479 वोट मिले थे. मुख्यमंत्री रहते हुए Bhupendra Singh Hooda को उपचुनाव में 355074 वोट मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी BJP उम्मीदवार अभिमन्यु को 123116 वोट मिले.

लोग CM सिटी का खिताब बरकरार रखना चाहेंगे

करनाल सीट से जीत हासिल करने के बाद Manohar Lal Khattar मुख्यमंत्री चुने गए. हालाँकि, जब 2014 में उन्हें इस सीट से मैदान में उतारा गया, तो बाहरी उम्मीदवार होने के कारण उन्हें कुछ विरोध का सामना करना पड़ा। लेकिन, करनाल सीट से जीतने के बाद उन्हें मुख्यमंत्री बना दिया गया. इसके बाद 2019 में करनाल विधानसभा की जनता ने Manohar Lal Khattar को दिल खोलकर वोट दिया और दूसरी बार CM बने. करनाल को लगातार दो बार CM सिटी का दर्जा मिला। इस रिकॉर्ड को बरकरार रखने के लिए वोट बैंक का झुकाव Nayab Saini की तरफ हो सकता है.

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