जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश में मानसून एक बार फिर सक्रिय हो गया है। सोमवार को पूरे प्रदेश में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश का दौर चलता रहा। इंदौर में 1 इंच से ज्यादा और उज्जैन में करीब 1 इंच पानी दर्ज किया गया, जबकि दमोह में आधा इंच बारिश हुई। राजधानी भोपाल में भी दोपहर बाद कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश का सिलसिला जारी रहा।
22 जिलों में बरसे बादल
सोमवार को शाजापुर, रतलाम, खरगोन, बड़वानी, धार, बैतूल, गुना, नर्मदापुरम, रायसेन, जबलपुर, मंडला, नरसिंहपुर, सतना, उमरिया, देवास, सीहोर, राजगढ़ और विदिशा सहित 22 जिलों में बारिश दर्ज की गई। कई जगहों पर रातभर भी बूंदाबांदी होती रही। जबलपुर में तेज बारिश के कारण लोगों को आवागमन में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
तीन दिन तक भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि आने वाले तीन दिन प्रदेश के लिए चुनौतीपूर्ण रह सकते हैं।
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19 अगस्त को भोपाल, इंदौर, जबलपुर और नर्मदापुरम सहित 9 जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
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20 अगस्त तक खरगोन, खंडवा, बुरहानपुर, हरदा, बड़वानी, बैतूल, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा जिलों में भी तेज बारिश का अनुमान है।
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21 और 22 अगस्त को दक्षिणी और पूर्वी मध्यप्रदेश में मानसून का असर और ज्यादा बढ़ेगा, जिससे कई इलाकों में भयंकर बारिश हो सकती है।
क्यों बरस रहे हैं बादल?
मौसम विभाग के अनुसार, इस समय मध्यप्रदेश से होकर मानसून ट्रफ गुजर रही है। इसके अलावा प्रदेश के अंदर दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन, दो ट्रफ और एक लो-प्रेशर एरिया सक्रिय हैं। इन सिस्टम्स के कारण नमी ज्यादा मात्रा में मिल रही है, जिसकी वजह से लगातार बारिश हो रही है। 21 और 22 अगस्त को यह सिस्टम और मजबूत होगा, जिससे भारी बारिश का खतरा और बढ़ जाएगा।
किसानों और आमजन को सतर्क रहने की सलाह
बारिश के कारण कई निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति बन सकती है। मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और अनावश्यक बाहर निकलने से बचने की अपील की है। वहीं किसानों को सलाह दी गई है कि वे फसल की सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाएं।
राजधानी भोपाल में बदला मौसम का मिजाज
भोपाल में सोमवार को मौसम पूरी तरह से बदला-बदला नजर आया। दोपहर के बाद रुक-रुककर बारिश होती रही। कभी रिमझिम फुहारें तो कभी तेज बारिश ने लोगों को राहत भी दी और परेशानी भी। लगातार पानी गिरने से शहर की कई सड़कों पर कीचड़ और जलभराव हो गया।