मध्य प्रदेश में फिर एक्टिव हुआ मानसून: 14 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, बड़वानी में 19 साल बाद उफानी रूपा नदी; 18 अगस्त से नया लो प्रेशर सिस्टम एक्टिव होगा!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

मध्य प्रदेश में मानसून एक बार फिर जोर पकड़ चुका है। मौसम विभाग ने रविवार को प्रदेश के 14 जिलों के लिए भारी से अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। खरगोन, खंडवा और बुरहानपुर में अति भारी बारिश की आशंका जताई गई है। वहीं इंदौर, धार, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, देवास, हरदा, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा और पांढुर्णा में भारी बारिश होने की संभावना है। भोपाल, उज्जैन और ग्वालियर समेत अन्य जिलों में हल्की बारिश का दौर जारी रहने का अनुमान है।

18 अगस्त से नया लो प्रेशर सिस्टम एक्टिव होगा

सीनियर मौसम वैज्ञानिक के अनुसार, वर्तमान में एक मानसून टर्फ जैसलमेर, जोधपुर, कोटा से होते हुए गुना-बैतूल और दक्षिणी छत्तीसगढ़ तक फैला है। इस वजह से लगातार बारिश की स्थिति बनी हुई है। इसके अलावा, एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन भी सक्रिय है। मौसम विभाग ने बताया कि 18 अगस्त से बंगाल की खाड़ी पर एक नया लो प्रेशर एरिया विकसित होगा, जिससे बारिश का दौर और तेज हो सकता है।

बड़वानी में 19 साल बाद उफानी रूपा नदी

शनिवार को बड़वानी के राजपुर नगर में हुई तेज बारिश ने हालात बिगाड़ दिए। ऊपर के इलाकों में लगातार पानी गिरने से रूपा नदी अचानक उफान पर आ गई। 2006 के बाद यानी पूरे 19 साल बाद नदी ने ऐसा रौद्र रूप दिखाया। नदी किनारे बसे इलाकों में कई वाहनों और दुकानों को नुकसान पहुंचा है। वहीं, बड़वानी के राजपुर में नगर पालिका उपाध्यक्ष की कार भी बह गई।

अब तक 84% बारिश पूरी, अगस्त में कोटा फुल होने के आसार

मध्य प्रदेश की औसत वर्षा 37 इंच मानी जाती है। अब तक प्रदेश में 31 इंच बारिश हो चुकी है, जो पूरे कोटे का 84% है। यानी, अब केवल 6 इंच बारिश और होने पर सीजन का कोटा पूरा हो जाएगा। वैज्ञानिकों का अनुमान है कि तेज झड़ी के चलते अगस्त में ही कई जिलों में वर्षा का कोटा पूरा हो जाएगा। वर्तमान में ग्वालियर समेत 10 जिलों ने औसत बारिश का आंकड़ा पार कर लिया है, जबकि इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में अभी भी कमी बनी हुई है।

पूर्वी और पश्चिमी हिस्से में 25% ज्यादा बारिश

मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश के पूर्वी हिस्से—जबलपुर, सागर, शहडोल और रीवा संभाग में औसत से 30% ज्यादा बारिश हुई है। वहीं, पश्चिमी हिस्से—भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल और नर्मदापुरम संभाग में 20% बारिश अधिक दर्ज की गई है। कुल मिलाकर अब तक मध्य प्रदेश में 25% ज्यादा वर्षा हो चुकी है।

शनिवार को 21 जिलों में झमाझम

शनिवार को प्रदेश के 21 जिलों में मध्यम से तेज बारिश दर्ज की गई। इनमें भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, बैतूल, छिंदवाड़ा, शाजापुर, देवास, सिवनी, रायसेन, नर्मदापुरम, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर और खजुराहो शामिल रहे। रायसेन में सबसे ज्यादा करीब 2 इंच बारिश रिकॉर्ड हुई, जबकि जबलपुर में 1 इंच से अधिक पानी गिरा।

फ्लैश फ्लड का अलर्ट

मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के लिए मालवा-निमाड़ के 12 जिलों में फ्लैश फ्लड का अलर्ट जारी किया है। इस दौरान अति भारी बारिश की संभावना जताई गई है। बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन और पांढुर्णा जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है।

तापमान पर भी पड़ा असर

भारी बारिश के बीच तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। ग्वालियर में अधिकतम तापमान 35.3 डिग्री सेल्सियस रहा, जो प्रदेश में सबसे ज्यादा था। वहीं, खंडवा का न्यूनतम तापमान 19 डिग्री रिकॉर्ड किया गया, जो सबसे कम रहा। भोपाल का पारा 30.4 डिग्री और इंदौर का 28.1 डिग्री दर्ज किया गया।

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