हर तीसरे भारतीय को है फैटी लिवर की समस्या: जानें लक्षण, कारण और लिवर को हेल्दी रखने के टिप्स

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

आज की भागदौड़ भरी जीवनशैली और अनियमित खानपान की वजह से फैटी लिवर डिजीज देश में तेजी से फैल रही है। लेटेस्ट रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत में हर तीसरा व्यक्ति फैटी लिवर से पीड़ित है। यह बीमारी शुरुआत में साधारण लगती है लेकिन समय पर ध्यान न देने पर यह लिवर सिरोसिस और लिवर कैंसर जैसी गंभीर स्थितियों में बदल सकती है।

लिवर क्यों है इतना महत्वपूर्ण?

लिवर हमारे शरीर का सबसे बड़ा और बेहद महत्वपूर्ण अंग है। इसके मुख्य कार्य इस प्रकार हैं:

  • शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालना

  • एंजाइम, प्रोटीन और कोलेस्ट्रॉल का निर्माण करना।

  • पाचन प्रक्रिया में सहायता करना।

  • शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाना।

  • भोजन से मिली ऊर्जा को स्टोर और मैनेज करना।

यानी लिवर का स्वस्थ रहना पूरे शरीर की सेहत के लिए जरूरी है।

फैटी लिवर के लक्षण – पहचानना क्यों है जरूरी?

फैटी लिवर अक्सर शुरुआती दौर में बिना लक्षणों के बढ़ता है। लेकिन समय के साथ ये संकेत दिख सकते हैं:

  • भूख कम लगना

  • पेट के ऊपरी हिस्से में सूजन या भारीपन

  • बार-बार इनडाइजेशन और उल्टी होना

  • शरीर में लगातार थकान रहना

  • वज़न का अचानक घटना या बढ़ना

  • गंभीर मामलों में आंखों और त्वचा का पीला पड़ना (जॉन्डिस)

यदि इन लक्षणों को नजरअंदाज किया जाए तो यह स्थिति गंभीर हो सकती है।

फैटी लिवर के मुख्य कारण

विशेषज्ञों के अनुसार, लिवर संबंधी बीमारियों के पीछे इन कारणों की बड़ी भूमिका होती है:

  • ज्यादा तला-भुना और मसालेदार खाना

  • जंक फूड और रिफाइंड शुगर का अत्यधिक सेवन

  • शराब पीने की आदत

  • मोटापा और डायबिटीज़

  • थायराइड और हाई कोलेस्ट्रॉल

  • नींद की कमी या स्लीप एप्निया

हेल्दी लिवर के लिए अपनाएं ये हेल्थ टिप्स

फैटी लिवर से बचाव और लिवर को स्वस्थ रखने के लिए जीवनशैली और खानपान में बदलाव बेहद जरूरी है।

आहार में सुधार करें

  • प्रोसेस्ड फूड, जंक फूड, कोल्ड ड्रिंक्स और शराब से दूरी बनाएं।

  • भोजन में मौसमी फल, हरी पत्तेदार सब्जियां, साबुत अनाज और दालों को शामिल करें।

  • ज्यादा नमक और ज्यादा मीठे का सेवन कम करें।

  • लो-फैट डेयरी प्रोडक्ट्स और हल्के तेल का इस्तेमाल करें।

रोजाना व्यायाम करें

  • कम से कम 30 मिनट की फिजिकल एक्टिविटी ज़रूरी है।

  • योगासन और प्राणायाम से लिवर की कार्यक्षमता बेहतर होती है।

  • वज़न नियंत्रित रखने पर विशेष ध्यान दें।

पर्याप्त नींद और स्ट्रेस मैनेजमेंट

  • रोजाना 7-8 घंटे की नींद लेना जरूरी है।

  • मेडिटेशन और योग से तनाव कम होता है, जिससे लिवर पर अतिरिक्त दबाव नहीं पड़ता।

विशेषज्ञों की राय

विशेषज्ञों का मानना है कि 60% लिवर कैंसर के मामले रोके जा सकते हैं, अगर लोग फैटी लिवर के शुरुआती लक्षणों को गंभीरता से लें और जीवनशैली में समय पर सुधार करें। हेपेटाइटिस बी और सी का टीकाकरण, शराब से परहेज, और मोटापे पर नियंत्रण इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

फैटी लिवर को नजरअंदाज करना आपकी सेहत के लिए बेहद खतरनाक हो सकता है। नियमित चेकअप, संतुलित आहार, व्यायाम और शराब से दूरी रखकर आप अपने लिवर को लंबे समय तक स्वस्थ रख सकते हैं। याद रखें – हेल्दी लिवर, हेल्दी लाइफ की कुंजी है।

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