जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अपनी स्पेन यात्रा की शुरुआत मैड्रिड स्थित विश्वप्रसिद्ध LaLiga (ला लीगा) मुख्यालय के दौरे से की, जो न केवल मध्यप्रदेश के खेल क्षेत्र को वैश्विक स्तर पर पहुंचाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है, बल्कि युवाओं के कौशल विकास, निवेश सहयोग और अंतरराष्ट्रीय साझेदारी के नए द्वार खोलने का भी संकेत है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने ला लीगा के वरिष्ठ अधिकारियों और तकनीकी निदेशकों से विस्तृत संवाद कर खेल, युवा सशक्तिकरण और इंफ्रास्ट्रक्चर निवेश के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की।
डॉ. यादव ने यह स्पष्ट किया कि यह दौरा महज एक औपचारिक भेंट नहीं है, बल्कि मध्यप्रदेश को खेल, शिक्षा, तकनीक और संस्कृति के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने की दूरदर्शी पहल है। उन्होंने पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल के तहत मध्यप्रदेश में फुटबॉल एक्सीलेंस सेंटर, स्पोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर अपग्रेडेशन और स्पेनिश कोचिंग आधारित यूथ ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू करने का प्रस्ताव भी रखा। उन्होंने कहा कि यह साझेदारी सिर्फ खेलों तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि यह रोजगार सृजन, पर्यटन, मीडिया, सांस्कृतिक ब्रांडिंग और तकनीकी विकास में भी योगदान देगी।
डॉ. यादव ने यह भी सुझाव दिया कि LaLiga मैचों के दौरान मध्यप्रदेश की ब्रांडिंग की जाए—डिजिटल स्क्रीनिंग, ग्राउंड को-ब्रांडिंग और स्पॉन्सरशिप के माध्यम से मध्यप्रदेश की सांस्कृतिक विरासत, प्राकृतिक सौंदर्य, वन्यजीव और पर्यटन संभावनाओं को यूरोप के व्यापक दर्शकों के सामने प्रभावी ढंग से प्रस्तुत किया जाए। यह अभियान न केवल स्पोर्ट्स टूरिज्म को बढ़ावा देगा, बल्कि विदेशी निवेश और राज्य के अंतरराष्ट्रीय संपर्कों को भी मजबूती प्रदान करेगा।
मुख्यमंत्री ने मध्यप्रदेश की 18 सेक्टर-विशिष्ट औद्योगिक नीतियों, ‘Start Your Business in 30 Days’ जैसी पहल और सरकार की निवेशक-अनुकूल योजनाओं की जानकारी साझा करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश अब भारत ही नहीं, बल्कि वैश्विक निवेशकों के लिए भी एक भरोसेमंद डेस्टिनेशन बन चुका है। उन्होंने LaLiga और उससे जुड़े वैश्विक निवेशकों को प्रदेश में आमंत्रित करते हुए कहा कि हम हर स्तर पर सहयोग और सुविधा देने के लिए तैयार हैं।
LaLiga की ओर से फुटबॉल प्रशिक्षण, यूथ डेवलपमेंट और सोशल इम्पैक्ट प्रोग्राम्स की सराहना करते हुए डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश युवाओं के व्यक्तित्व निर्माण, नेतृत्व क्षमता और सामाजिक समावेशन के लिए खेल को एक महत्वपूर्ण माध्यम मानता है। प्रदेश सरकार इस दिशा में हर आवश्यक संसाधन और सहयोग उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में खेलों को लेकर बने सकारात्मक माहौल का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि कैसे शहडोल जैसे छोटे ग्रामीण क्षेत्र में प्रधानमंत्री द्वारा ‘फुटबॉल राजधानी’ की उपमा दिए जाने से यह साबित होता है कि भारत की असली ताकत अब गांवों में बस रही है। मध्यप्रदेश सरकार का उद्देश्य है कि शहडोल से भोपाल तक, प्रदेश के हर हिस्से में अंतरराष्ट्रीय स्तर की खेल सुविधाएं उपलब्ध हों।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार खिलाड़ियों को प्रशिक्षण, आधुनिक सुविधाएं, प्रतियोगिताओं में भागीदारी और करियर निर्माण के अवसर दे रही है। LaLiga जैसी संस्थाओं के अनुभव और तकनीकी ज्ञान से लाभ उठाकर, मध्यप्रदेश में फुटबॉल और अन्य खेलों को नई दिशा दी जाएगी। स्पेन में हुई उच्चस्तरीय बैठकों के माध्यम से निवेश और खेल—दोनों क्षेत्रों में संभावनाओं का विस्तार हुआ है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव की यह यात्रा केवल उद्योग या पर्यटन तक सीमित नहीं, बल्कि यह एक समग्र दृष्टिकोण का परिचायक है—जिसमें खेल, शिक्षा, रोजगार, संस्कृति और युवा सशक्तिकरण का समन्वय है। LaLiga के साथ यह प्रस्तावित सहयोग, मध्यप्रदेश के युवाओं को वैश्विक मंच पर पहचान दिलाने में निर्णायक साबित हो सकता है।