जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
आमतौर पर भारतीय रसोई में मिलने वाली तोरई को बहुत से लोग स्वाद की वजह से नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह साधारण सी सब्जी असल में सेहत का सुपरफूड है? आयुर्वेद में भी तोरई को विशेष महत्व दिया गया है। इसे अंग्रेजी में “Ridge Gourd” कहा जाता है और यह अपने उच्च पोषण स्तर, जलवाष्प और फाइबर की भरपूर मात्रा के लिए जानी जाती है। तो आइए विस्तार से जानते हैं कि तोरई को अपनी डाइट में शामिल करने से आपके स्वास्थ्य को कौन-कौन से फायदे मिल सकते हैं।
1. लिवर और किडनी को नैचुरली डिटॉक्स करती है
तोरई में पाए जाने वाले एंटीऑक्सिडेंट्स और जलवाष्प तत्व इसे एक नैचुरल डिटॉक्सिफायर बनाते हैं। खासतौर पर लिवर में जमा हुए टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में यह बेहद मददगार मानी जाती है। इसके नियमित सेवन से न केवल लिवर की कार्यक्षमता बेहतर होती है, बल्कि किडनी की सफाई में भी यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। आयुर्वेद के अनुसार, तोरई का जूस किडनी स्टोन के खतरे को कम करने में भी कारगर हो सकता है।
2. वजन घटाने और फैट बर्न करने में सहायक
अगर आप वेट लॉस जर्नी में हैं, तो तोरई आपके लिए एक बेहतरीन सपोर्टिव फूड बन सकती है। इसमें कैलोरी की मात्रा बेहद कम होती है, लेकिन यह मेटाबॉलिज्म को तेज करने वाले तत्वों से भरपूर होती है। यह शरीर की चर्बी को तेजी से बर्न करने में मदद करती है। साथ ही, इसके सेवन से लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस होता है जिससे ओवरइटिंग से बचा जा सकता है।
3. ब्लड शुगर को नियंत्रित करती है
डायबिटीज के मरीजों के लिए तोरई किसी वरदान से कम नहीं है। इसमें लो ग्लायसेमिक इंडेक्स होता है, जिससे यह ब्लड शुगर लेवल को स्थिर रखने में मदद करती है। इसके अलावा इसमें मौजूद डाइटरी फाइबर शरीर में शुगर के अवशोषण को धीमा करता है, जिससे अचानक शुगर स्पाइक्स नहीं आते।
4. गट हेल्थ को बनाए मजबूत
दादी-नानी के जमाने से ही तोरई को पेट से जुड़ी समस्याओं के लिए रामबाण माना जाता रहा है। इसमें मौजूद उच्च मात्रा में फाइबर पाचन को सुचारू करता है और कब्ज, गैस, एसिडिटी जैसी परेशानियों से राहत दिलाता है। खासकर गर्मियों में यह ठंडी तासीर वाली सब्जी पेट को ठंडक भी देती है और डाइजेस्टिव ट्रैक्ट को रिलैक्स करती है।
5. स्किन और बालों के लिए भी फायदेमंद
तोरई में मौजूद विटामिन सी, जिंक और आयरन जैसे तत्व त्वचा और बालों की सेहत के लिए भी लाभकारी होते हैं। यह शरीर में कोलेजन के निर्माण में मदद करता है जिससे स्किन ग्लो करती है और बाल मजबूत बनते हैं। इसके अलावा यह त्वचा को डिटॉक्स करके पिंपल्स और एक्ने जैसी समस्याओं से भी राहत दिला सकती है।
तो कैसे करें सेवन?
तोरई को आप सब्जी के रूप में, भरवां शैली में या हल्के मसालों के साथ बना सकते हैं। कुछ लोग इसके जूस का भी सेवन करते हैं, लेकिन स्वाद को संतुलित करने के लिए इसमें नींबू या अदरक मिलाना बेहतर होता है।
डिस्क्लेमर: यह जानकारी आम जनहित में दी गई है और किसी भी मेडिकल कंडीशन में डॉक्टरी सलाह अनिवार्य है। बिना सलाह के किसी भी प्रकार का घरेलू नुस्खा अपनाना आपके स्वास्थ्य के लिए जोखिम भरा हो सकता है।