रेलवे का नया युग शुरू: पीएम मोदी आज करेंगे 103 अमृत स्टेशनों का लोकार्पण, कटनी से ओरछा तक मध्यप्रदेश के 6 स्टेशन अब होंगे हाईटेक; मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जताया प्रधानमंत्री मोदी का आभार

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

22 मई 2025 का दिन भारतीय रेलवे के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस दिन देशभर में पुनर्विकसित 103 अमृत स्टेशनों का लोकार्पण करने जा रहे हैं। बता दें, इनमें मध्यप्रदेश के 6 स्टेशन- कटनी साउथ, श्रीधाम, नर्मदापुरम, शाजापुर, सिवनी और ओरछा शामिल हैं। पीएम कार्यक्रम में राजस्थान के बीकानेर से वर्चुअली जुड़े हैं। यह ऐतिहासिक आयोजन न केवल रेलवे इन्फ्रास्ट्रक्चर के नए युग की शुरुआत करेगा, बल्कि देश के नागरिकों को अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त विश्वस्तरीय रेलवे अनुभव भी प्रदान करेगा।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव नर्मदापुरम रेलवे स्टेशन पर उपस्थित रह कर उद्घाटन समारोह में शामिल होंगे। बता दें, प्रधानमंत्री मोदी राजस्थान के बीकानेर में आयोजित होने वाले कार्यक्रम में देश के 103 अमृत स्टेशनों का वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उद्घाटन करेंगे।

वहीं, इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री मोदी का ह्रदय से आभार जताया और कहा कि “पिछले एक दशक में प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में भारतीय रेलवे ने जो विकास की रफ्तार पकड़ी है, वह अभूतपूर्व है। आज जब हम 103 अमृत स्टेशनों का उद्घाटन होते देखेंगे, तो यह न केवल एक योजना का साकार रूप होगा, बल्कि विकसित भारत की ओर बढ़ते कदमों की स्पष्ट झलक भी होगी।”

मुख्यमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि मध्यप्रदेश के 6 प्रमुख स्टेशन भी इस लोकार्पण का हिस्सा हैं, जो प्रदेश के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने कहा, “यह आयोजन मध्यप्रदेश और पूरे देश के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। यह स्टेशनों का पुनरुद्धार नहीं, बल्कि नए भारत के आत्मविश्वास और प्रगति की पहचान है।”

‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के अंतर्गत जिन स्टेशनों का कायाकल्प हुआ है, उनमें अत्याधुनिक डिजाइन, हरित ऊर्जा स्रोतों का उपयोग, स्मार्ट टेक्नोलॉजी, डिजिटल डिस्प्ले बोर्ड, साफ-सुथरे वाशरूम, वातानुकूलित प्रतीक्षालय और बेहतर यात्री सूचना प्रणाली जैसी अनेक सुविधाएं शामिल की गई हैं। इन स्टेशनों को स्थानीय संस्कृति, परंपरा और वास्तुशिल्प के अनुरूप सजाया गया है, जिससे हर स्टेशन अपनी अलग पहचान लेकर सामने आएगा।

डॉ. यादव ने कहा, “ये अमृत स्टेशन ‘विकास के प्रवेश द्वार’ बनेंगे। यात्रीगण अब न केवल आरामदायक और सुरक्षित यात्रा कर पाएंगे, बल्कि इन स्टेशनों के माध्यम से पर्यटन, व्यापार और रोजगार के नए अवसर भी सामने आएंगे। यह राष्ट्र निर्माण में एक सशक्त कदम है, जिसका सकारात्मक असर जनजीवन के हर स्तर पर दिखाई देगा।”

जानकारी के लिए बता दें, भारत के 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 86 जिलों में स्थित इन 103 अमृत स्टेशनों को 1,100 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है। अमृत भारत स्टेशन योजना (एबीएसएस) के तहत 1,300 से अधिक स्टेशनों का आधुनिक सुविधाओं के साथ पुनर्विकास किया जा रहा है। ये सभी स्टेशन अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होंगे। इन स्टेशनों में भारतीय संस्कृति, विरासत और यात्री सुविधाओं का समावेश किया गया है।

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