जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश में मई का महीना इस बार अपने चरम पर है। एक तरफ जहां दिन का तापमान 45 डिग्री तक पहुंच गया है, वहीं दूसरी ओर तेज आंधी और गरज-चमक के साथ बारिश का सिलसिला भी जारी है। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 4 दिन यानी 20 मई तक, पूरे प्रदेश में गर्मी और तूफानी मौसम दोनों का डबल अटैक देखने को मिलेगा। शनिवार को भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और जबलपुर सहित कुल 39 जिलों में आंधी और बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है, जबकि रीवा, मऊगंज और उमरिया जैसे जिलों में रातें भी तपने वाली हैं।
मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो इस असामान्य मौसम के पीछे चार बड़े सिस्टम जिम्मेदार हैं — तीन साइक्लोनिक सर्कुलेशन और एक टर्फ लाइन की सक्रियता। सीनियर वेदर साइंटिस्ट डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि इन चार सिस्टम्स की वजह से प्रदेश में बड़े पैमाने पर मौसमी उथल-पुथल हो रही है। उन्होंने साफ कहा कि गर्मी और आंधी-बारिश एक साथ दिखाई देंगे, और यह सामान्य स्थिति नहीं है। मौसम विभाग ने इसके लिए अलर्ट मोड पर रहने की अपील की है।
शनिवार को जिन जिलों में आंधी और बारिश की संभावना जताई गई है, उनमें शामिल हैं — भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, भिंड, शिवपुरी, दतिया, अशोकनगर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, सीहोर, राजगढ़, शाजापुर, देवास, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, आगर-मालवा, नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर, दमोह, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट और सिंगरौली। इन जिलों में 30 से 50 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज आंधी चल सकती है, जिससे पेड़ गिरने, बिजली गुल होने और खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचने का खतरा है।
वहीँ, शुक्रवार को खजुराहो का तापमान 45.8 डिग्री तक पहुंच गया, जो अब तक का सीजन का सबसे ऊंचा आंकड़ा है। ग्वालियर और नौगांव में भी 45 डिग्री दर्ज किया गया। राजधानी भोपाल में 38.4 डिग्री, इंदौर में 36.9 डिग्री, जबकि उज्जैन में 39 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। सबसे ज्यादा चिंता की बात यह है कि गर्मी के साथ ही आंधी-तूफान भी जोर पकड़ रहा है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हो सकता है। राजधानी भोपाल में शुक्रवार को सुबह बादलों की आवाजाही रही, लेकिन दोपहर में तेज धूप ने लोगों को झुलसने पर मजबूर कर दिया। गर्म हवाएं और उमस ने जनजीवन को बेहाल कर दिया। वहीं, डिंडौरी, मंडला, खरगोन, धार, बालाघाट, पांढुर्णा जैसे जिलों में बादल और हल्की आंधी का दौर चलता रहा।