जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
भारतीय सिनेमा के इतिहास में दादासाहेब फाल्के का नाम सम्मान और गर्व से लिया जाता है। उन्हें भारतीय सिनेमा का जनक कहा जाता है, क्योंकि उन्होंने भारत में फिल्मों की शुरुआत की थी और एक नए युग की नींव रखी थी। उनकी स्मृति में भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला ‘दादासाहेब फाल्के पुरस्कार’ भारतीय फिल्म इंडस्ट्री का सबसे बड़ा सम्मान माना जाता है। अब इसी महान शख्सियत की जीवन गाथा को पहली बार बड़े पर्दे पर लाया जा रहा है—और इसके पीछे खड़ी है बॉलीवुड की सबसे विश्वसनीय जोड़ी: आमिर खान और राजकुमार हिरानी।
इस ऐतिहासिक बायोपिक की शूटिंग अक्टूबर 2025 से शुरू होने जा रही है। आमिर खान इन दिनों अपनी बहुचर्चित फिल्म ‘तारे जमीन पर’ के सीक्वल की रिलीज में व्यस्त हैं, लेकिन इसके तुरंत बाद वे इस नई फिल्म में अपने किरदार की तैयारियों में जुट जाएंगे। फिल्म का निर्देशन राजकुमार हिरानी कर रहे हैं, जबकि स्क्रिप्ट पर काम अभिजात जोशी, हिंदुकुश भारद्वाज और अविष्कार भारद्वाज जैसे अनुभवी और शोधपरक लेखकों की टीम ने पिछले चार सालों में किया है।
फिल्म में 1900 के दशक की भारत की सामाजिक, तकनीकी और कलात्मक पृष्ठभूमि को बेहद बारीकी से दिखाने के लिए लॉस एंजेलिस (LA) के एक हाई-टेक VFX स्टूडियो की मदद ली गई है। एडवांस AI डिजाइन और डिजिटल विज़ुअलाइज़ेशन तकनीकों की सहायता से उस युग को पर्दे पर जीवंत किया जाएगा, जिससे दर्शक उस दौर के भाव और संघर्ष को गहराई से महसूस कर सकें।
इस प्रोजेक्ट को और भी खास बनाता है खुद दादासाहेब फाल्के के पोते, चंद्रशेखर श्रीकृष्ण पुसालकर का समर्थन। उन्होंने न केवल फिल्म की अनुमति दी है, बल्कि अपने दादा के जीवन से जुड़ी कई अनकही घटनाएं और भावनात्मक अनुभव भी टीम के साथ साझा किए हैं। यह फिल्म न केवल उनके जीवन पर आधारित होगी, बल्कि इसमें भारतीय सिनेमा की शुरुआत, शुरुआती दौर के संघर्ष, तकनीकी सीमाएं और समाज के दृष्टिकोण को भी गंभीरता से दिखाया जाएगा।
इससे पहले हिंदी सिनेमा में कभी भी दादासाहेब फाल्के और भारतीय फिल्म जगत की शुरुआत को केंद्र में रखकर कोई मेनस्ट्रीम बायोपिक नहीं बनी है। ऐसे में आमिर खान और राजकुमार हिरानी की यह फिल्म भारतीय सिनेमा के इतिहास को एक नई पीढ़ी तक पहुंचाने का माध्यम बनेगी और एक सांस्कृतिक दस्तावेज के रूप में भी स्थापित होगी।
‘3 इडियट्स’, ‘पीके’, ‘लगान’ और ‘तारे जमीन पर’ जैसी कालजयी फिल्मों से आमिर खान और हिरानी ने यह साबित किया है कि वे जब भी साथ आते हैं, कुछ अलग और यादगार लेकर आते हैं। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि यह फिल्म भी न केवल एक बड़ी हिट होगी, बल्कि भारतीय सिनेमा को एक नया दृष्टिकोण भी देगी।