जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मई की दस्तक के साथ ही मध्यप्रदेश में मौसम ने अप्रत्याशित रूप से करवट ले ली है। भीषण गर्मी की उम्मीद कर रहे लोगों को अचानक बदले मौसम ने चौंका दिया है। प्रदेश के 40 से अधिक ज़िलों में शनिवार को भी तेज़ आंधी, गरज-चमक और बौछारों की संभावना जताई गई है। राजधानी भोपाल से लेकर इंदौर, उज्जैन, जबलपुर जैसे प्रमुख शहरों में मौसम विभाग ने येलो अलर्ट जारी किया है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह अस्थिर मौसम प्रणाली 13 मई तक सक्रिय रह सकती है, जिससे राज्यभर में मौसम का मिज़ाज बार-बार बदलता रहेगा। कहीं हल्की फुहारें तो कहीं तेज़ हवाओं के साथ धूलभरी आंधी—मौसम पूरी तरह अनियंत्रित हो चुका है।
मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में वर्तमान में दो वेदर सिस्टम सक्रिय हैं—एक पश्चिमी विक्षोभ और दूसरा अरब सागर से नमी ला रहा है। इसके चलते गरज-चमक और आंधी के साथ बारिश का सिलसिला देखने को मिल रहा है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि यह अस्थिर मौसम 13 मई तक बना रहेगा और कहीं-कहीं हल्की से मध्यम बारिश भी हो सकती है।
शनिवार को जिन जिलों में मौसम का मिजाज बदला रहेगा, उनमें भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर के साथ भिंड, दतिया, नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, धार, आगर-मालवा, राजगढ़, शाजापुर, देवास, खंडवा, खरगोन, बुरहानपुर, हरदा, सीहोर, विदिशा, अशोकनगर, सागर, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, दमोह, निवाड़ी, टीकमगढ़, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, मंडला, बालाघाट, सिवनी और कटनी जैसे जिले शामिल हैं।
इससे पहले शुक्रवार को भी प्रदेश के कई हिस्सों में तेज़ हवाएं चलीं और हल्की बारिश हुई। भोपाल, श्योपुर, बैतूल, हरदा, अनूपपुर, शिवपुरी, अशोकनगर, मुरैना, गुना, विदिशा, रायसेन, सीहोर, खंडवा, छतरपुर, रतलाम, देवास, खरगोन, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, सिंगरौली और शहडोल में मौसम ने रुख बदला। कहीं तेज़ हवाएं चलीं तो कहीं गरज के साथ हल्की बारिश हुई।
राज्य में फिलहाल अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। शुक्रवार को भोपाल का तापमान 34.2°C, इंदौर का 34°C, उज्जैन का 34°C, ग्वालियर का 37.6°C और जबलपुर का 37.5°C रहा। वहीं, पचमढ़ी का तापमान सबसे कम 30.6°C दर्ज हुआ। दूसरी ओर, खजुराहो में सबसे अधिक 39.6°C तापमान रिकॉर्ड किया गया। सतना, मंडला, सीधी और रीवा में भी तापमान 39°C के आसपास रहा।
मौसम विभाग ने आगाह किया है कि मई के महीने में आमतौर पर प्रदेश में सबसे ज़्यादा गर्मी पड़ती है। पिछले वर्षों के रिकॉर्ड देखें तो तापमान कई बार 47 से 48 डिग्री तक पहुंच चुका है। हालांकि इस बार मई की शुरुआत में ही मौसम में असामान्यता देखने को मिल रही है, जिससे फिलहाल गर्मी से राहत तो मिली है, लेकिन यह ज्यादा दिनों तक टिकी रहे, इसकी संभावना कम है।