जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश में मौसम ने अचानक करवट ली है और अब अगले चार दिन यानी 12 मई तक प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में आंधी, बारिश और गरज-चमक का दौर जारी रहने का अनुमान है। भारतीय मौसम विभाग (IMD), भोपाल ने पूरे प्रदेश के लिए चेतावनी जारी की है, जिसमें कहा गया है कि शुक्रवार से ही भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर और जबलपुर जैसे बड़े शहरों में 40 से 50 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से तेज आंधी चल सकती है, साथ ही तेज बारिश और बिजली गिरने की भी संभावना है।
वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक के अनुसार, प्रदेश में इस बदलाव की वजह चार प्रमुख वेदर सिस्टम हैं – वेस्टर्न डिस्टर्बेंस, टर्फ लाइन, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और स्थानीय गर्म हवाएं। इनकी संयुक्त सक्रियता से पूरे मध्यप्रदेश में अगले चार दिन तक मौसम में अस्थिरता बनी रहेगी। बता दें, गुरुवार को ही प्रदेश के 15 जिलों में मौसम का मिजाज बदला रहा, जिनमें इंदौर, ग्वालियर, बैतूल, नर्मदापुरम, छिंदवाड़ा, श्योपुर, धार, उज्जैन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, नीमच, मंदसौर, मुरैना और शिवपुरी शामिल हैं। इन जिलों में तेज आंधी, बारिश और बिजली गिरने की घटनाएं दर्ज की गईं। धार में तो करीब 1 इंच बारिश भी हुई। राजधानी भोपाल में दिनभर बादल छाए रहे और शाम को हल्की धूप निकली।
इस अप्रत्याशित बारिश और आंधी के चलते कई शहरों में दिन का तापमान लुढ़क गया। भोपाल का अधिकतम तापमान 31.7 डिग्री, इंदौर का 30.8, उज्जैन का 30.4 और ग्वालियर का 35.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सबसे ठंडा स्थान पचमढ़ी रहा, जहां अधिकतम तापमान 30 डिग्री रहा। प्रदेश के किसी भी शहर में तापमान 40 डिग्री तक नहीं पहुंचा, हालांकि नरसिंहपुर में सबसे ज्यादा 39.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
हालांकि, मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि मई माह में प्रदेश में सबसे अधिक गर्मी पड़ती है, और अगले कुछ सप्ताहों में तापमान 47-48 डिग्री तक पहुंच सकता है। विभाग का कहना है कि ग्वालियर, छतरपुर, टीकमगढ़, भिंड, दतिया, खरगोन, बड़वानी, खंडवा, मुरैना, शाजापुर, शिवपुरी और विदिशा जैसे जिलों में मई के मध्य से लेकर अंत तक हीटवेव का गंभीर खतरा बना रहेगा। ग्वालियर में पारा 46 से 47 डिग्री, जबकि खजुराहो, पृथ्वीपुर जैसे स्थानों पर 48 डिग्री तक पहुंच सकता है।