गर्मी या तबाही? मध्यप्रदेश में लू, ओले और आंधी का डबल अटैक शुरू: 20 से ज्यादा जिलों में 45 डिग्री के पार पारा, अगले 7 दिन सतर्क रहें!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

मध्यप्रदेश में गर्मी ने अब अपना विकराल रूप दिखाना शुरू कर दिया है। हर साल की तरह इस बार भी मई महीना आग बरसाने को तैयार है। मौसम विभाग और पिछले 10 साल के तापमान रिकॉर्ड पर नज़र डालें तो साफ है कि राजस्थान और उत्तर प्रदेश बॉर्डर से सटे जिलों में तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है और इस बार भी उसी तरह की झुलसाने वाली गर्मी पड़ने का अंदेशा है। हालांकि इस बार राहत की एक हल्की किरण यह है कि मई के पहले सप्ताह में बारिश, तेज आंधी और ओलों की बौछार भी देखने को मिल सकती है, लेकिन मई के आखिरी सप्ताह में सबसे भीषण हीटवेव का खतरा मंडराता नजर आ रहा है।

अभी हाल ही में बुधवार को प्रदेश के कई हिस्सों में मौसम ने अपना रंग दिखाया। दिनभर चटक धूप और लू के थपेड़ों के बाद शाम को कई शहरों में तेज आंधी चली। इस दौरान बैतूल जिले के पिपरिया गुरुवा गांव में बीएसएनएल का 100 फीट ऊंचा टावर गिर पड़ा, जिससे चार बैलों की मौत हो गई और दो घायल हो गए। इंदौर में तेज हवाओं के कारण पेड़ गिरने की घटना हुई, वहीं भोपाल में शाम 4 बजे के बाद घने बादल छा गए और लोगों को थोड़ी राहत मिली।

बुधवार को सबसे गर्म क्षेत्र मालवा-निमाड़ के शहर रहे। खरगोन में 43.2 डिग्री, खंडवा में 43.1 डिग्री और रतलाम-शाजापुर में 43 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। वहीं गुना, नरसिंहपुर, धार, सागर, शिवपुरी, रायसेन और दमोह जैसे जिलों में पारा 41 डिग्री के पार रहा। बड़े शहरों की बात करें तो भोपाल और इंदौर में 41.6 डिग्री, उज्जैन में 42.5 डिग्री, ग्वालियर में 39.3 डिग्री और जबलपुर में 39 डिग्री सेल्सियस तापमान रिकॉर्ड किया गया।

मौसम विभाग के अनुसार, 1 से 4 मई तक प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में तेज आंधी, गरज-चमक, बारिश और ओलावृष्टि की संभावना है। इसका कारण उत्तर भारत में सक्रिय साइक्लोनिक सर्कुलेशन को बताया जा रहा है। सतना, रीवा, सीधी, शहडोल, उमरिया, सिंगरौली, डिंडोरी, कटनी और मैहर जैसे जिलों में तेज हवाओं की रफ्तार 50-60 किमी प्रतिघंटा तक जा सकती है, जिससे नुकसान की आशंका भी बनी हुई है। साथ ही, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, देवास, धार, मंदसौर, नीमच, बैतूल, छिंदवाड़ा, बालाघाट सहित कई जिलों में भी मौसम बिगड़ने के आसार हैं।

सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि मौसम विभाग ने प्रदेश के 20 से ज्यादा जिलों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जाने की चेतावनी दी है। इनमें ग्वालियर, छतरपुर, निवाड़ी, मैहर, टीकमगढ़, दतिया, बड़वानी, श्योपुरकलां, रायसेन और विदिशा जैसे जिले शामिल हैं। छतरपुर के खजुराहो और पृथ्वीपुर, निवाड़ी जिले में तो 48 डिग्री तक पारा जाने की संभावना है। बड़े शहरों में ग्वालियर सबसे गर्म शहर रहने वाला है, जहां का तापमान 46 से 47 डिग्री तक जा सकता है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर और उज्जैन में भी 44-45 डिग्री तक पारा चढ़ने का अनुमान है।

विशेषज्ञों के मुताबिक, दिन के समय हीट वेव और लू का सीधा असर लोगों की सेहत पर पड़ेगा, वहीं रातें भी गर्म रहेंगी जिससे नींद और स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे में मौसम विभाग ने लोगों को अत्यधिक सावधानी बरतने, धूप में कम निकलने, हाइड्रेशन बनाए रखने और बुजुर्गों-बच्चों का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी है। फिलहाल, मध्यप्रदेश गर्मी और बारिश के दोहरे प्रभाव के बीच झूल रहा है। मई की शुरुआत थोड़ी राहत जरूर दे सकती है, लेकिन महीने का अंत लू, तपिश और हीटवेव का कहर लेकर आने वाला है।

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