जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
गर्मी का मौसम अपने साथ सिर्फ चिलचिलाती धूप और बेहिसाब पसीना ही नहीं, बल्कि तमाम पेट से जुड़ी परेशानियाँ भी लेकर आता है। अपच, गैस, जलन, बदहजमी और भूख न लगने जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं, जिससे शरीर में ऊर्जा की कमी, चिड़चिड़ापन और बार-बार बीमार पड़ने की आशंका बढ़ जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन सभी समस्याओं का एक आसान, सस्ता और देसी इलाज आपकी रसोई में ही मौजूद है? नाम है—सौंफ।
जी हाँ, यही छोटी-सी दिखने वाली हरी सौंफ, जिसे अक्सर माउथ फ्रेशनर समझकर अनदेखा कर दिया जाता है, असल में गर्मियों के लिए एक जबरदस्त औषधि है। आयुर्वेद में इसे ‘शीतल प्रकृति’ वाली औषधि माना गया है जो पेट को ठंडक देती है, पाचन को दुरुस्त करती है और शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने का काम करती है।
विशेषज्ञों के अनुसार, गर्मियों में सौंफ का नियमित सेवन न सिर्फ पाचन क्रिया को मजबूत बनाता है बल्कि शरीर को अंदर से ठंडा रखकर हीट स्ट्रोक और डिहाइड्रेशन जैसे जानलेवा खतरे से भी बचा सकता है। सौंफ में मौजूद फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन C और एंटी-एसिडिक तत्व पेट की आंतरिक गर्मी को कम करते हैं।
कैसे करें सौंफ का इस्तेमाल?
– एक गिलास पानी में एक चम्मच सौंफ रातभर भिगोकर रखें और सुबह खाली पेट इसका पानी पिएं।
– खाना खाने के बाद एक चम्मच सादी सौंफ चबाएं, इससे एंजाइम सक्रिय होकर पाचन क्रिया तेज करते हैं।
– सौंफ की चाय या हर्बल काढ़ा बनाकर पीना भी बेहद फायदेमंद होता है। यह गैस, अपच और जलन में रामबाण की तरह असर करता है।
सौंफ का सबसे बड़ा गुण यह है कि यह सिर्फ पेट की सफाई ही नहीं करती, बल्कि शरीर के अन्य अंगों जैसे लिवर और किडनी की कार्यक्षमता को भी बेहतर बनाती है। साथ ही मुँह की दुर्गंध, जो अक्सर पेट की गड़बड़ी से होती है, उसे भी खत्म करती है।
डॉक्टरों की मानें तो अगर गर्मियों में पेट साफ और ठंडा रहे तो शरीर की इम्युनिटी खुद-ब-खुद मजबूत होती है और बीमारियों से लड़ने की ताकत भी बढ़ जाती है।
तो अब देर किस बात की? बाजार की एंटासिड गोलियों से पहले आज़माएं ये देसी उपाय। इस बार गर्मी को मात दीजिए सौंफ के साथ—सस्ता, असरदार और पूरी तरह सुरक्षित!
नोट: यह जानकारी आयुर्वेदिक संदर्भों और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है। किसी भी गंभीर समस्या में डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।