जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश के भावी वैज्ञानिकों को प्रेरित करने और उनके उज्ज्वल भविष्य की दिशा तय करने की महत्वपूर्ण पहल के तहत मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 22 अप्रैल से शुरू हो रही मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् की 17वीं “विज्ञान मंथन यात्रा” के प्रतिभागियों से संवाद करेंगे। यह संवाद कार्यक्रम सोमवार की शाम 7 बजे मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित होगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव चयनित विद्यार्थियों को सम्मानित करेंगे और विज्ञान मंथन यात्रा का औपचारिक रूप से फ्लैग ऑफ करेंगे। कार्यक्रम में देश के प्रतिष्ठित वैज्ञानिक संस्थानों से जुड़े वरिष्ठ वैज्ञानिक भी उपस्थित रहेंगे, जो विद्यार्थियों को प्रेरणा देने के साथ मार्गदर्शन भी प्रदान करेंगे।
विज्ञान मंथन यात्रा 21 अप्रैल से 27 अप्रैल तक आयोजित की जाएगी, जिसमें प्रदेश के विभिन्न जिलों से चयनित 10वीं से 12वीं कक्षा तक के कुल 375 छात्र-छात्राएं शामिल होंगे। यह सभी प्रतिभागी विज्ञान विषय में अध्ययनरत हैं और इनका चयन एक पारदर्शी ऑनलाइन प्रक्रिया के माध्यम से किया गया है। प्रदेश को पाँच जोन—पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दक्षिण और केंद्रीय—में विभाजित करते हुए प्रत्येक जोन से 75 विद्यार्थियों का चयन किया गया है। चयनित विद्यार्थियों में कक्षा 10वीं के 125 (49 छात्राएं और 76 छात्र), कक्षा 11वीं के 125 (54 छात्राएं और 71 छात्र) तथा कक्षा 12वीं के 125 (48 छात्राएं और 77 छात्र) शामिल हैं। इन विद्यार्थियों के मार्गदर्शन हेतु प्रदेश के विज्ञान विषय के 33 अनुभवी शिक्षकों को भी नामांकित किया गया है।
इस वर्ष यात्रा के लिए चयनित विद्यार्थियों को दो समूहों में विभाजित किया गया है। एक समूह “सीवी रमन समूह” के नाम से चंडीगढ़ स्थित वैज्ञानिक संस्थानों का भ्रमण करेगा, जिसमें कक्षा 11वीं और 12वीं के छात्र-छात्राएं शामिल होंगे। वहीं दूसरा समूह “एपीजे अब्दुल कलाम समूह” के नाम से दिल्ली स्थित संस्थानों का दौरा करेगा, जिसमें कक्षा 10वीं के विद्यार्थी शामिल होंगे। चंडीगढ़ समूह के प्रतिभागी सेन्ट्रल साइंटिफिक इंस्ट्रूमेंट्स ऑर्गेनाइजेशन, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च, पंजाब स्टेट काउंसिल ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फॉर्मास्युटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च तथा गवर्नमेंट म्यूजियम एंड आर्ट गैलरी जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों का दौरा करेंगे। दिल्ली समूह के छात्र-छात्राएं नेशनल साइंस सेंटर, इंडियन एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ प्लांट जीनोमिक रिसर्च और राष्ट्रपति भवन सहित अन्य संस्थानों का भ्रमण करेंगे।
यात्रा की शुरुआत 22 अप्रैल को होगी, जब दोनों समूह भोपाल के रानी कमलापति रेलवे स्टेशन से वंदे भारत ट्रेन के माध्यम से अपने-अपने गंतव्यों के लिए रवाना होंगे। दिल्ली पहुंचने पर विज्ञान भारती संस्था द्वारा एक स्वागत समारोह का आयोजन भी किया जाएगा। यात्रा के दौरान विद्यार्थियों को संस्थानों की आधुनिक प्रयोगशालाओं और शोध कार्यों का प्रत्यक्ष अनुभव मिलेगा। इससे वे न केवल विज्ञान के सैद्धांतिक ज्ञान से परे जाकर व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करेंगे, बल्कि वैज्ञानिकों से सीधा संवाद कर अपनी जिज्ञासाओं का समाधान भी कर सकेंगे। यात्रा पूर्ण होने के उपरांत सभी प्रतिभागियों के लिए एक स्कॉलरशिप परीक्षा का आयोजन भी किया जाएगा। इस परीक्षा में प्रत्येक कक्षा से चयनित शीर्ष 20 विद्यार्थियों को आगामी पाँच वर्षों तक प्रति वर्ष 12,000 रुपये की छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी।