जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
प्रदेश भर की सभी शालाओं में आगामी 22 अप्रैल 2025, मंगलवार को पृथ्वी दिवस बड़े उत्साह और जागरूकता के साथ मनाया जाएगा। इस आयोजन को प्रभावी रूप से संचालित करने हेतु राज्य शिक्षा केन्द्र के संचालक हरजिंदर सिंह द्वारा समस्त जिला कलेक्टर्स को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। इस दिन विद्यार्थियों में पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता और जिम्मेदारी की भावना विकसित करने के लिए कई नवाचारात्मक गतिविधियाँ आयोजित की जाएँगी, जो “इको क्लब फॉर मिशन लाइफ” कार्यक्रम के अंतर्गत संचालित होंगी।
केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा चलाए जा रहे इस मिशन का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता और प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा जैसे विषयों पर जागरूक करना है। इसी दिशा में प्रदेश की शालाओं में इको क्लब का गठन किया गया है, जिसके तहत इस वर्ष पृथ्वी दिवस पर एक नवीन शैक्षिक पहल “फ्लोरा के लिए क्यूआर कोड” की शुरूआत की जा रही है। यह पहल पर्यावरणीय ज्ञान को तकनीकी कौशल से जोड़ती है, जिससे विद्यार्थी न केवल पौधों की जानकारी हासिल करेंगे, बल्कि डिजिटल रूप से उसका डाटाबेस भी तैयार करेंगे।
इस आयोजन के तहत सभी विद्यालय “इको क्लब फॉर मिशन लाईफ” पोर्टल पर अपना पंजीयन कराएँगे। इसके पश्चात प्रत्येक विद्यालय में इको क्लब प्रभारी द्वारा विद्यार्थियों के समूह बनाकर विद्यालय परिसर एवं आसपास के क्षेत्रों – जैसे बाग-बगीचे, पार्क, खेत आदि – में उपलब्ध वृक्षों और पौधों का सर्वेक्षण कराया जाएगा। सर्वे के आधार पर एक सूची तैयार की जाएगी, जिसमें प्रत्येक पेड़-पौधे की जानकारी जैसे – स्थानीय नाम, वैज्ञानिक नाम, पौधे का प्रकार (फलदार, औषधीय, सजावटी या अन्य), उसका पोषण मूल्य, औषधीय गुण, पर्यावरणीय लाभ एवं उपयोग – को डिजिटल स्वरूप में संकलित किया जाएगा।
इसी डिजिटल डाटा के आधार पर विद्यार्थी प्रत्येक पौधे के लिए एक स्थायी (स्टेटिक) क्यूआर कोड बनाएँगे, जिसे संबंधित वृक्ष या पौधे के समक्ष लेबल के रूप में प्रदर्शित किया जाएगा। यह लेबल उस स्थान पर आने वाले अन्य विद्यार्थियों, अभिभावकों या आमजन को क्यूआर कोड स्कैन करने पर उस विशेष वृक्ष से जुड़ी विस्तृत जानकारी प्रदान करेगा। इस प्रक्रिया से विद्यार्थियों में डिजिटल लर्निंग, पर्यावरणीय अध्ययन और तकनीकी रचनात्मकता का अद्भुत समन्वय देखने को मिलेगा।