अग्नि देव की तपिश से झुलसा मध्यप्रदेश, मौसम ने बदला मिजाज—अब गर्म हवाओं की परीक्षा शुरू!

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जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:

मध्यप्रदेश की धरती पर जैसे ही इंद्रदेव का आशीर्वाद यानी ओले और बारिश का सिलसिला थमा, वैसे ही सूर्यदेव ने अपनी अग्नि की प्रचंडता से संपूर्ण प्रदेश को तपाना शुरू कर दिया। ऐसा प्रतीत होता है मानो सावन की ठंडी छांव के बाद अब वैशाख की धूप ने आसमान से अंगारे बरसाने शुरू कर दिए हों। रविवार का दिन मध्यप्रदेश के लिए सूर्य भगवान की परीक्षा की तरह बीता—भोपाल, ग्वालियर, उज्जैन सहित प्रदेश के 14 शहरों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया। रतलाम तो मानो सूर्य की गोदी में बैठ गया, जहां तापमान 42.6 डिग्री सेल्सियस तक चढ़ गया।

प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी हालात कम विकट नहीं रहे। नर्मदापुरम 42.2 डिग्री, खजुराहो 42 डिग्री, गुना 41 डिग्री, मंडला 40.5 डिग्री, दमोह 40.4 डिग्री और धार-टीकमगढ़ 40.3 डिग्री सेल्सियस तापमान के साथ झुलसते नजर आए। वहीं इंदौर और जबलपुर जैसे बड़े शहर भी इस गर्मी से अछूते नहीं रहे, जहां तापमान क्रमश: 39.8 और 39.6 डिग्री दर्ज किया गया।

मौसम विभाग ने चेतावनी देते हुए कहा है कि आज सोमवार को पूरे प्रदेश पर सूर्य की तपिश बनी रहेगी, लेकिन मंगलवार से प्रदेशवासी लू रूपी अग्नि परीक्षा के लिए तैयार रहें। विशेष रूप से राजस्थान से सटे जिलों के लिए संकट की घड़ी नजदीक आ रही है, जहां 15 अप्रैल तक लू के थपेड़े चलने की आशंका है। हालांकि इस तपते समय में थोड़ी राहत के संकेत भी हैं—9 और 10 अप्रैल को कुछ जिलों में इंद्रदेव पुनः कृपा कर सकते हैं, हल्की बारिश और बादल छाने की संभावना जताई गई है।

मौसम विभाग की सीनियर वैज्ञानिक के अनुसार, अब जबकि ओलों और बारिश का सिस्टम पूर्व की ओर जा चुका है, प्रदेश खासकर राजस्थान से लगे जिलों में हीट वेव के हालात बनते जा रहे हैं। 8 अप्रैल से एक नया वेस्टर्न डिस्टर्बेंस सक्रिय होगा, जिससे पूर्वी मध्यप्रदेश में कुछ हलचल जरूर देखने को मिलेगी, लेकिन इससे तापमान में कोई बड़ी राहत नहीं मिल पाएगी।

वहीं मौसम केंद्र भोपाल के वैज्ञानिक निदेशक ने बताया कि इस साल अप्रैल में तापमान सामान्य से अधिक रहने की पूरी संभावना है। विशेष रूप से महीने के दूसरे और अंतिम सप्ताह में लू का प्रभाव अधिक रहेगा। अनुमान है कि इस बार अप्रैल में 7 से 10 दिन तक हीट वेव चल सकती है और माह के अंत तक तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच सकता है। इससे स्पष्ट है कि मध्यप्रदेश को आने वाले दिनों में तपती दोपहरों, झुलसाते हवाओं और सूखते गले के बीच सावधानी और सतर्कता के साथ गुजरना होगा।

इस बढ़ती गर्मी को देखते हुए आम नागरिकों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। खासतौर पर बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों को दोपहर 12 से 4 बजे के बीच बाहर निकलने से बचने की अपील की गई है। पानी और नींबू-शिकंजी जैसे तरल पदार्थों का अधिक सेवन करने और सिर ढककर बाहर निकलने की हिदायत दी जा रही है। गर्मी की इस लहर ने यह साफ कर दिया है कि आने वाले सप्ताहों में मौसम की सख्ती और ज्यादा बढ़ेगी—और प्रदेश को अब अग्निपरीक्षा के लिए तैयार रहना होगा।

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