जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
मध्यप्रदेश के स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित कक्षा 5वीं और 8वीं की बोर्ड पैटर्न परीक्षाओं के परिणाम शुक्रवार दोपहर 1 बजे घोषित किए गए। राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक हरजिंदर सिंह ने परीक्षा पोर्टल पर रिजल्ट बटन दबाकर परीक्षाओं के परिणाम जारी किए। इस वर्ष कक्षा 5वीं का परीक्षा परिणाम 92.70% और कक्षा 8वीं का परीक्षा परिणाम 90.02% रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में अधिक है।
राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक हरजिंदर सिंह ने कहा कि प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी अब शिक्षा का स्तर लगातार बेहतर हो रहा है। उन्होंने बताया कि जो छात्र परीक्षा में असफल हुए हैं, उनके लिए जल्द ही पुनः परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। पुनर्परीक्षा में छात्रों को केवल उन विषयों में दोबारा परीक्षा देनी होगी जिनमें वे असफल हुए हैं।
बालिकाओं ने फिर मारी बाज़ी
इस वर्ष भी परीक्षा में बालिकाओं का प्रदर्शन बालकों से बेहतर रहा:
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कक्षा 5वीं: बालिकाओं का पास प्रतिशत 94.12%, बालकों का 91.38%
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कक्षा 8वीं: बालिकाओं का पास प्रतिशत 91.72%, बालकों का 88.41%
ऑनलाइन परिणाम देखने की सुविधा
विद्यार्थी, अभिभावक और शिक्षकगण राज्य शिक्षा केंद्र के आधिकारिक पोर्टल www.rskmp.in/result.aspx पर जाकर रोल नंबर/समग्र आईडी के माध्यम से अपना परीक्षा परिणाम देख सकते हैं। इसके अलावा, स्कूल स्तर पर शिक्षकों और संस्था प्रमुखों के लिए शाला-स्तरीय परिणाम भी इसी पोर्टल पर उपलब्ध रहेंगे। परिणाम देखने के लिए QR कोड की सुविधा भी प्रदान की गई है।
23 लाख से अधिक विद्यार्थी हुए थे शामिल
इस वर्ष कुल 1,12,323 शासकीय और निजी विद्यालयों तथा मदरसों के लगभग 23 लाख विद्यार्थी इन परीक्षाओं में सम्मिलित हुए। इनमें से 95,417 स्कूल ग्रामीण तथा 16,906 स्कूल शहरी क्षेत्रों के थे। परीक्षाओं में 86,553 शासकीय, 25,101 निजी स्कूल एवं 669 मदरसे शामिल हुए।
- कक्षा 5वीं के कुल विद्यार्थी: 11,17,961 (ग्रामीण – 8,24,598, शहरी – 2,93,363)
- कक्षा 8वीं के कुल विद्यार्थी: 11,68,866 (ग्रामीण – 8,35,733, शहरी – 3,33,133)
जानकारी के लिए बता दें, विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन हेतु 322 मूल्यांकन केंद्र स्थापित किए गए थे, जिनमें 1 लाख 19 हजार से अधिक मूल्यांकनकर्ताओं ने ऑनलाइन अंक प्रविष्टि की प्रक्रिया को सुचारू रूप से पूरा किया। परीक्षा और मूल्यांकन की निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए राज्य शिक्षा केंद्र ने तकनीकी रूप से सुरक्षित ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का उपयोग किया, जिससे सभी अंकों को सही तरीके से दर्ज और सत्यापित किया जा सके।