जनतंत्र, मध्यप्रदेश, श्रुति घुरैया:
हिमाचल प्रदेश के शिमला में स्थित जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट पर सोमवार सुबह एक भयानक हादसा होते-होते टल गया। दिल्ली से शिमला आ रही एलायंस एयर की ATR फ्लाइट को तकनीकी खराबी के चलते अचानक इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोकना पड़ा। लैंडिंग के दौरान विमान की स्पीड कम नहीं हो रही थी, जिससे वह रनवे के आखिरी छोर तक पहुंच गया। जब विमान की गति धीमी नहीं हुई, तो क्रू मेंबर्स ने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाने का फैसला किया, जिससे विमान झटके के साथ अचानक रुक गया। अंदर बैठे यात्रियों के बीच दहशत फैल गई, कुछ लोग जोर-जोर से रोने लगे, तो कुछ यात्रियों ने घबराहट में सीट पकड़ ली और भगवान को याद करने लगे। बता दें, इस विमान में हिमाचल प्रदेश के डिप्टी मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री और प्रदेश के DGP डॉ. अतुल वर्मा भी सवार थे।
रनवे के आखिरी छोर तक पहुंचा विमान, टकराने से बाल-बाल बचा
सूत्रों के अनुसार, विमान जैसे ही जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट पर लैंड हुआ, तभी पायलट को महसूस हुआ कि स्पीड कम नहीं हो रही। यात्रियों को पहले से ही अलर्ट कर दिया गया था कि विमान में तकनीकी खराबी के चलते इमरजेंसी ब्रेक का इस्तेमाल किया जाएगा। लेकिन किसी को यह अंदाजा नहीं था कि स्थिति इतनी खतरनाक हो जाएगी। विमान धीरे-धीरे रनवे के आखिरी छोर की ओर बढ़ता गया, और जब लगा कि अब वह रनवे से आगे जाकर दुर्घटनाग्रस्त हो सकता है, तभी इमरजेंसी ब्रेक लगाई गई। विमान रुकते ही पूरे केबिन में अफरा-तफरी मच गई, कई यात्री रोने लगे, तो कुछ बुरी तरह घबरा गए। विमान रुकने के बावजूद किसी को भी करीब 25 मिनट तक बाहर नहीं जाने दिया गया, जिससे यात्रियों की बेचैनी और बढ़ गई।
कैसे टला बड़ा हादसा?
इस फ्लाइट में 42 सीटें थीं और इसमें क्रू मेंबर्स समेत कुल 44 यात्री सवार थे। विमान की लैंडिंग सामान्य थी, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण ब्रेकिंग सिस्टम सही तरीके से काम नहीं कर रहा था। यही वजह थी कि विमान लैंडिंग के बाद भी स्पीड में था और रनवे के आखिरी पॉइंट तक पहुंच गया। यदि इमरजेंसी ब्रेक समय पर नहीं लगाई जाती, तो विमान रनवे से आगे निकलकर किसी भी बड़ी दुर्घटना का शिकार हो सकता था।
डायरेक्टर का बयान – टेक्निकल फॉल्ट की हो रही जांच
जुब्बड़हट्टी एयरपोर्ट के ऑफिशिएटिंग डायरेक्टर केपी सिंह ने बताया कि ‘लैंडिंग के वक्त तकनीकी खराबी आ गई थी। हालांकि, दिल्ली से उड़ान भरने से पहले विमान की पूरी जांच की गई थी और उस समय कोई समस्या नहीं पाई गई थी। फिलहाल इंजीनियर इस खराबी की जांच कर रहे हैं।’
बता दें, एलायंस एयर की यह फ्लाइट दिल्ली-शिमला-धर्मशाला-शिमला-दिल्ली रूट पर चलती है। लेकिन इस खतरनाक घटना के बाद सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अगली तीनों फ्लाइट्स को रद्द कर दिया गया। इस वजह से धर्मशाला और दिल्ली जाने वाले यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
2 मार्च को गोरखपुर एयरपोर्ट पर भी हुई थी तकनीकी खराबी
गौरतलब है कि 2 मार्च 2025 को भी गोरखपुर एयरपोर्ट पर तकनीकी खराबी के चलते एलायंस एयर की दिल्ली जाने वाली फ्लाइट को रद्द करना पड़ा था। वहीं, स्पाइस जेट की फ्लाइट में लगातार देरी के कारण अन्य उड़ानों का शेड्यूल भी प्रभावित हुआ था। इससे यात्रियों को घंटों तक एयरपोर्ट पर फंसे रहना पड़ा था। फिलहाल, इस घटना को लेकर एयरलाइन प्रशासन ने विस्तृत जांच के आदेश दे दिए हैं। अधिकारियों का कहना है कि फ्लाइट में आई तकनीकी खराबी की पूरी जांच की जाएगी ताकि इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों।